आशा वर्कर्स के आगे झुकी सरकार, सभी को मिलेगा चार हजार मानदेय
हरियाण सरकार आखिरकार आशा वर्कर्स के आंदोलन के कारण झुक गई। मनाेहरलाल सरकार ने आशा वकर्स का मानदेय बढ़ा दिया है। उनके पांच भत्ताों में भी वृद्धि की गई है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने आशा वर्कर्स का मानदेय बढ़ा दिया है। मानदेय बढ़ाने की शर्तों पर भड़कीं 20 हजार आशा वर्कर्स द्वारा शुक्रवार को गिरफ्तारियां देने के बाद मनोहरलाल सरकार बैकफुट पर आ गई। चंडीगढ़ में आशा वर्कर्स यूनियन की पदाधिकारियों साथ वार्ता के बाद स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सभी आशा वर्कर्स को बिना किसी शर्त के चार हजार मासिक मानदेय देने के निर्देश जारी कर दिए। पहली जनवरी से बढ़े मानदेय का लाभ देते हुए पांच भत्ते और बढ़ाए गए हैं। वहीं, यूनियन ने लिखित आदेश जारी नहीं होने तक हड़ताल जारी रखने का एलान किया है।
प्रदेश सरकार ने मानदेय बढ़ाने की शर्तें हटाईं, पांच भत्ते भी बढ़ाए
बीती 11 जून को सरकार ने आशा वर्कर्स को चार हजार रुपये मानदेय देने के आदेश जारी करते हुए दो हजार रुपये इंसेटिव की शर्त जोड़ दी थी। इसी तरह भत्तों में भी इजाफा करते हुए दूसरी शर्तें जोड़ दी जिससे खफा आशा वर्कर्स ने अगले ही दिन से आंदोलन छेड़ रखा है। शुक्रवार को करीब 20 हजार आशा वर्करों ने जेल भरो आंदोलन के तहत सभी जिला मुख्यालयों पर सामूहिक गिरफ्तारियां दी। बाद में सभी को रिहा कर दिया गया।
प्रदर्शन के दौरान अंबाला, फतेहाबाद सहित कई जिलों में आशा वर्करों की पुलिस से झड़प भी हुईं। गर्मी के कारण हिसार में छह आशा वर्कर बेहोश हो गईं। आशा वर्कर्स के आंदोलन को समर्थन देते हुए सर्व कर्मचारी संघ व सीटू के कार्यकर्ताओं ने भी गिरफ्तारियां दी।
आशा वर्कर्स के तीखे तेवरों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शाम को यूनियन प्रधान प्रवेश सहित आशा वर्कर्स यूनियन की प्रधान प्रवेश व महासचिव सुरेखा सहित अन्य पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने सभी आशा वर्कर्स को बगैर किसी शर्त के हर महीने चार हजार रुपये देने की घोषणा की।
इसके अलावा पांच कार्यों के लिए प्रदर्शन के आधार पर प्रोत्साहन राशि बढ़ाई गई है। संस्थागत प्रसूति के लिए 300 रुपये की जगह 400 और 200 की जगह 300 रुपये मिलेंगे। इसी तरह रूटीन टीकाकरण के लिए 150 रुपये की प्रोत्साहन राशि 250, एंट नाटल केयर की प्रोत्साहन को 250 से बढ़ाकर 300 रुपये, एचबीपीएनसी को 250 के बजाय 350 रुपये और परिवार नियोजन/स्पेसिंग की प्रोत्साहन राशि को 500 से बढ़ाकर 550 रुपये किया जाएगा।
विज ने कहा कि मासिक एनएचएम अर्निंग पर वर्तमान अतिरिक्त 50 फीसद प्रोत्साहन पहले की भांति जारी रहेगा। मृतक आशा वर्कर के परिवार को एएनएम के क्रम में एक्सग्रेशिया अनुदान दिया जाएगा। नियमित और अनुबंध आधार पर एमपीएचडब्ल्यू (एफ) और स्टाफ नर्स की नियुक्तियों में पात्र आशा वर्कर को अधिमान दिया जाएगा।
आशा वर्कर्स को स्मार्ट मोबाइल फोन देने के लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास भेजा गया है। उन्होंने आशा वर्कर यूनियन से तुरंत हड़ताल समाप्त करने का आग्रह किया।वहीं, आशा वर्कर्स यूनियन ने नोटिफिकेशन जारी होने तक हड़ताल जारी रखने का एलान किया। 21 जून तक नोटिफिकेशन जारी नहीं होने पर 22 जून को सभी आशा वर्कर करनाल में रोड शो करते हुए वहीं पड़ाव डालेंगी।