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हरियाणा के सीएम लोगों से हुए रुबरू, बोले- कोरोना संक्रमित होने से बेहतर है मास्क पहनें और बांटें

हरियाणा में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ने से चि‍ंतित मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल आज प्रदेश की जनता से रूबरू हुए। उन्‍होंने लोगों से कोरोना वायरस को लेकर पूरी ऐहतियात बरतने को कहा है। उन्‍होंने कहा कि काेरोना से संक्रमित होने से अच्‍छा है मास्‍क पहनें।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2020 09:24 PM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2020 09:24 PM (IST)
हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल की फाइल फोटो।

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से चिंतित मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लोगों से आह्वान किया कि वह इस महामारी को हलके में लेने की गलती न करें। सरकार के पास कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के पर्याप्त साधन हैं, लेकिन हमें संक्रमित होने तथा संक्रमण को फैलने से रोकने की दिशा में काम करना होगा। मुख्यमंत्री ने नारा दिया कि जब तक कोरोना की दवाई नहीं, तब तक कोई ढिलाई नहीं।

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कोरोना के बढ़ते केसों से चिंतित मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रदेश की जनता से हुए रूबरू

उन्होंने हर व्यक्ति के लिए मास्क पहनने की जरूत पर जोर देते हुए कहा कि सरकार ने करीब एक करोड़ मास्क बनवाने का आर्डर दिया है। हर व्यक्ति अपनी जेब में पांच से सात मास्क रखे तथा जिसके पास मास्क नहीं है, उसे मास्क उपलब्ध कराते हुए मास्क पहनने के लिए प्रेरित करे। यही कोरोना से बचाव का फिलहाल सर्वोत्तम साधन है।

सीएम का नारा, जब तक दवाई नहीं तब तक ढ़िलाई नहीं, एक करोड़ मास्क बांटेगी सरकार 

टीवी के जरिये हरियाणा के लोगों से रूबरू हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कोरोना से बचाव के लिए सरकार द्वारा अब तक किए गए बंदोबस्त की भी जानकारी दी। प्रदेश सरकार अभी तक गरीब लोगों को करीब 1200 करोड़ रुपये की सहायता मुहैया करा चुकी है। अब तीसरे चरण में फिर कोरोना का असर बढ़ रहा है। प्रतिदिन ढ़ाई से तीन हजार लोग पाजिटिव आ रहे हैं। यह चिंता की बात है। हमें सतर्क होकर इस लड़ाई को लड़ना होगा। वरना इसके दुष्परिणाम सबके सामने हैं।

प्रदेश में 12 प्रतिशत लोगों का टेस्ट, 14 प्रतिशत सीरो टेस्ट में ठीक

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें मास्क पहनने की आवश्यकता है। दो गज की दूरी को सदैव बनाकर रखना है। इसके प्रति थोड़ी भी लापरवाही हुई तो कोरोना को आने से कोई नहीं रोक पाएगा। हमें इम्युनिटी बूस्टर की दवाओं के भी इस्तेमाल की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं है। मृत्यु दर बाकी प्रदेशों से कम है। हमारी मृत्यु दर 1.01 प्रतिशत है, जबकि पंजाब में 3.2 प्रतिशत है। हरियाणा का रिकवरी रेट 90 प्रतिशत है। टेस्ट प्रतिदिन 35 हजार हो रहे हैं।

हरियाणा की कुल आबादी के हिसाब से साढ़े 12 प्रतिशत लोगों का टेस्ट हो चुका है, जो 32 लाख लोग बनते हैं। सीरो टेस्ट में 14 प्रतिशत लोग कोरोना पाजिटिव होकर नेगेटिव आ चुके हैं। यह संख्या 35 लाख है। हर सात व्यक्तियों में एक व्यक्ति या तो ठीक हो गया या फिर कोरोना पाजिटिव है।

मनोहर लाल ने कहा कि मास्क नहीं पहनने वालों के लिए दंड का प्रावधान जरूरी नहीं है। दिल्ली की तर्ज पर हम जुर्माना बढ़ाने के हक में नहीं हैं। हम चाहते हैं लोग जागरूक बनें। 30 नवंबर तक स्कूल बंद करने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसके बाद यदि स्कूल खुलेंगे तो घर से चलने से पहले बच्चों की टेस्टिंग कराई जाएगी। लाकडाउन लगाने की आशंकाओं को खारिज करते हुए मनोहर लाल ने कहा कि हम इसके दुष्परिणाम पहले ही झेल चुके हैं। पूरा सिस्टम और कारोबार बंद हो जाता है। इसलिए उचित यही है कि कोरोना को फैलने से रोकने के लिए एक-एक आदमी प्रयास करे।

मनोहर ने की विज की तारीफ, कहा बेड बहुत हैं, पर जरूरत न पड़े

मुख्यमंत्री ने गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए जो वैक्सीन आने वाली है, हम उसका इंतजार करें। तब तक मास्क से बचाव करें। तीसरे चरण में लोगों को विश्वास में लेने के लिए हमारे स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अपने ऊपर टेस्ट कराया है, ताकि लोग भयभीत न हों। जब तक दवाई नहीं तब तक ढ़िलाई नहीं। हमें इसी नीति पर चलना होगा।

मनोहर लाल ने एनसीआर एरिया में बढ़ते हुए केसों पर चिंता जताई और कहा कि हमारे पास 28 लेबोरेट्री और 46 हजार बेड हैं। प्रदेश में पांच प्लाज्मा बैंक बने हैं। तीन हजार 729 लोगों ने अभी तक प्लाज्मा डोनेट किया है। 2522 लोगों को यह चढ़ाया जा चुका है। इसलिए ऐसे प्रयास करें कि इन चीजों की जरूरत ही न पड़े।

इस साल 12 हजार करोड़ का राजस्व लास, कर्मचारी सहयोग करें

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कर्मचारियों से भी सहयोग मांगा है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों ने कोरोना योद्धा के रूप में काफी सहयोग किया है। आर्थिक योगदान भी दिया है। बीच-बीच में वह आंदोलन करते हैं। संकट के दौर में कुछ समय के लिए हमें आंदोलनों से दूर रहना चाहिये। कर्मचारियों की सभी मांगें पूरी करेंगे।

उन्‍होंने कहा कि इस वर्ष में हमारे रेवेन्यू में 10 से 12 हजार करोड़ रुपये की कमी रहेगी। इसलिए कोई नई मांग नहीं मानी जा सकेगी। इसलिए इस साल आंदोलन धरने व प्रदर्शन न करें। समाज का भला होगा तो कर्मचारियों का भी भला होगा। नया हरियाणा बनाने के लिए नई योजनाओं पर काम चल रहा है। आइटी के माध्यम से हम योजनाएं ला रहे हैं। 25 दिसंबर के दिन हम कई घोषणाएं करने वाले हैं।


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