चार शादी रचा चुका शातिर बैंक कर्मी बन लोगों से करता था ठगी, काबू
लोगों को ठगने के आरोपित को गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : क्राइम ब्राच ने फर्जी बैंक कर्मी बन लोगों को ठगने के आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित मनोज कुमार निवासी श्याम सुंदरपुरी, जगाधरी, जिला यमुनानगर, हरियाणा का रहने वाला है। वह अपने नाम बदलकर वारदात को अंजाम देता था। वह दो महीने में 35 सिम कार्ड बदल चुका है। सूत्र बताते हैं आरोपित अब तक चार शादिया भी कर चुका है। आरोपित को पुलिस ने सात दिन के रिमाड पर लिया है, उससे बैंक की नकली मुहरें, लेटर पैड, आइकार्ड व आधार कार्ड और लोगों से धोखाधड़ी में ली गई रकम वसूल की जानी है। आरोपित मनोज कुमार ने अब तक पंचकूला, पंजाब, हिमाचल करीब 20-25 वारदात की हैं। सीसीटीवी की मदद से दबोचा गया
एक शिकायतकर्ता पुष्पिंद्र बंसल निवासी मकान नंबर 857, सेक्टर-12, पचंकूला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि एक आकाश नाम का लड़का उसके शोरूम को बैंक के लिए किराये पर लेने आया था। इस दौरान आरोपित आकाश उर्फ मनोज पुष्पिंद्र बंसल के 3 लाख 50 हजार रुपये चोरी करके ले गया। इस संबंध में 26 दिसंबर 2018 को धारा 379 के तहत थाना सेक्टर-14 पुलिस ने केस दर्ज किया था। जिसकी जाच क्राइम ब्राच सेक्टर-19 पचंकूला को सौंप दी गई थी। बंसल के शोरूम में सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, जिसके चलते शातिर मनोज की सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई बहुत सी तस्वीरों में साफ नजर आ रहा था। बंसल द्वारा सीसीटीवी फुटेज पुलिस को दे दी गई थी। वारदात के लिए बदल लेता था नाम
क्राइम ब्राच सेक्टर-19 के प्रभारी कर्मबीर सिंह की टीम ने साइबर सेल की मदद से आरोपित मनोज कुमार को गुप्त सूचना के आधार पर सेक्टर-5 बस स्टैंड, पचंकूला से गिरफ्तार किया। इस दौरान पता लगा कि आकाश का असली नाम मनोज कुमार है और वह अलग-अलग नामों जैसे सावन गुप्ता, विवेक वा आकाश के नाम से लोगों से ठगी करता था। पहले वह ऑनलाइन पर खाली पडे़ शोरूम की डिटेल निकालकर उसके असल मालिक को फोन करके बातचीत करता था। बाद में शोरूम पर जाकर विजिट करता था। बैंकों की जाली लेटर पैड पर बैंक की जाली मुहर लगाकर शोरूम के मालिक को दे देता था और उनसे पैस ऐंठ लेता था। उसके बाद अपना मोबाइल व सिम बंद कर लेता था। कई माह से थी पुलिस को तलाश
इंस्पेक्टर कर्मवीर सिंह ने बताया कि यह आरोपित लाखों रुपये की धोखाधड़ी व ठगी को अंजाम दे चुका है। इतना ही नहीं, नाम बदलकर व फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एक के बाद एक गैरकानूनी तौर पर चार शादिया रचा चुका है। बंसल की शिकायत पर दर्ज किए गए मामले के बाद पुलिस कई महीनों से इस शातिर नटवरलाल की तलाश में ट्रैप लगा रही थी और यह हाथ नहीं आ रहा था।