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दलबदल मामला: नैना सहित जेजेपी से जुड़े चार विधायकों ने जवाब देने को मांगा चार सप्ताह समय

हरियाणा में इनेलाे में विभाजन के बाद जेजेपी से जुड़े चार विधायकों ने दलबदल के मामले में स्‍पीकर के नो‍टिस का जवाब देने के लिए चार सप्‍ताह का समय मांगा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 05 Apr 2019 10:49 AM (IST)Updated: Fri, 05 Apr 2019 10:58 AM (IST)
दलबदल मामला: नैना सहित जेजेपी से जुड़े चार विधायकों ने जवाब देने को मांगा चार सप्ताह समय
दलबदल मामला: नैना सहित जेजेपी से जुड़े चार विधायकों ने जवाब देने को मांगा चार सप्ताह समय

चंडीगढ़, जेएनएन : हरियाणा के प्रमुख विपक्षी दल इनेलो के टिकट पर चुनकर आए चार विधायकों की विधानसभा से सदस्यता रद करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। जननायक जनता पार्टी के साथ चल रहे इन चारों विधायकों ने स्पीकर को पत्र भेजकर उनके नोटिस का पूरा जवाब देने के लिए चार सप्ताह का समय मांगा है। इन्होंने कहा कि आरोपों को समझने के लिए वक्त चाहिए।

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विधानसभा से सदस्यता रद करने का मामला, अभय चौटाला के पत्र पर स्पीकर ने मांगा था जवाब

इनेलो विधायक दल के नेता अभय सिंह चौटाला ने पिछले दिनों स्पीकर को पत्र भेजकर विधायक नैना चौटाला, पिरथी नंबरदार, राजदीप फौगाट और अनूप धानक की विधानसभा से सदस्यता रद करने की मांग की थी। अभय ने भाजपा में शामिल होने वाले दो विधायकों रणबीर गंगवा और केहर सिंह रावत के विरुद्ध भी दल बदल कानून के तहत कार्रवाई के लिए स्पीकर को पत्र लिखा था।

चारों विधायकों पर जननायक जनता पार्टी में शामिल होने के आरोप हैैं, जबकि दो विधायकों गंगवा और रावत पर भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के आरोप हैैं। स्पीकर ने इन दोनों विधायकों के इस्तीफे मिलने का दावा करते हुए उनके विरुद्ध तो कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन जननायक जनता पार्टी के साथ चल रहे चारों विधायकों को नोटिस भेजकर उनका जवाब मांगा था।

विधानसभा सचिवालय ने विधायक रणबीर गंगवा और केहर सिंह रावत के इस्तीफे स्वीकार करने संबंधी परिपत्र भी जारी कर दिया है। इस पत्र के मुताबिक दोनों विधायकों ने 24 मार्च को अपने पदों से इस्तीफे दिए, जबकि अभय चौटाला का कहना है कि यह विधायक पहले भाजपा में शामिल हुए और बाद में उन्होंने इस्तीफे दिए। इसलिए उनके विरुद्ध दल बदल कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। जजपा से जुड़े चारों इनेलो विधायकों ने अलग-अलग पत्र लिखकर स्पीकर से चार सप्ताह में अपना जवाब देने की अनुमति मांगी है।


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