भ्रूण गिराने के लिए गोली खिला डॉक्टर बोलीं- एडवांस 10 हजार देने ही पड़ेंगे
नागरिक अस्पताल सेक्टर-6 की गायनी विभाग की डॉ. पूनम भार्गव ने गर्भपात करने के लिए अपने घर पर ही सर्जरी का पूरा इंतजाम कर रखा था।
पंचकूला [राजेश मलकानियां]। नागरिक अस्पताल सेक्टर-6 की गायनी विभाग की डॉ. पूनम भार्गव ने गर्भपात करने के लिए अपने घर पर ही सर्जरी का पूरा इंतजाम कर रखा था। शिकायतकर्ता अमन राजपूत और विनय अरोड़ा को पहले से ही डॉ. पूनम भार्गव के कारनामों के बारे में जानकारी दी थी, इसलिए वह ट्रैप लगवाना चाहते थे, लेकिन पुलिस की ओर से सहयोग न मिलने के चलते डॉ. पूनम भार्गव रंगे हाथों पकड़े जाने से बच गईं।
अमन राजपूत अपने साथ जिस महिला को गर्भपात के लिए पूनम भार्गव के घर लेकर गए थे, उसके गर्भ में बच्चे को मारने के लिए पहले तो महिला को गोली खिला दी और उसके बाद अमन से पैसे देने के लिए कहा। अमन ने जब कहा कि उसके पास अभी तीन हजार रुपये ही हैं तो वह भड़क गई थीं और महिला को घर पर ही बैठा लिया था। इसके बाद अमन पांच हजार रुपये और लेकर आया था।
शिकायतकर्ताओं ने कमेटी के सामने वीडियो सौंपते हुए दिए बयान
मामले की जांच कर रही कमेटी के समक्ष डॉ. पूनम भार्गव दो वकील लेकर पहुंची, लेकिन शिकायतकर्ता अमन और विनय ने एतराज जताया तो वकीलों को बाहर भेज दिया गया। इसके बाद पूनम भार्गव का वीडियो शिकायतकर्ताओं ने दिखाया कि किस तरह से डीलिंग हुई थी। डीलिंग में किस तरह पैसे लिए। डील चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी असिस्टेंट बलजिंद्र कौर के जरिये शुरू हुई थी। जिसमें बलजिद्र ने अमन को बताया था कि डॉ. पूनम गर्भपात कर देगी लेकिन पैसे देने पड़ेंगे। उसके बाद बलजिंद्र के जरिये भार्गव से बातचीत शुरू हुई।
डॉ. पूनम ने कमेटी के सामने स्वीकार किया, लिए थे गर्भपात के लिए पैसे
डॉ. पूनम भार्गव ने कमेटी के समक्ष यह कबूल कर लिया है कि उसने गर्भपात करने के लिए अमन राजपूत से आठ हजार रुपये नकद लिए थे। पूनम ने यह आठ हजार रुपये कमेटी के पास जमा भी करवा दिए हैं, लेकिन जो नोट डॉ. पूनम ने कमेटी के पास जमा करवाए, वह दूसरे हैं जबकि अमन ने जो 500-500 रुपये के नोट दिए थे, वह दूसरे थे। उसके नंबर भी नोट कर रखे हैं।
घर पर मारा छापा
डॉक्टरों की टीम ने पूनम भार्गव के घर पर भी छापा मारा। वहां रखे गये सामान की जांच की। घर में पूनम भार्गव एवं उसके पति के अलग-अलग कमरे हैं। टीम के सदस्य इस बात से सहमत दिखे कि पूनम भार्गव संदिग्ध गतिविधियों में शामिल थीं और उससे सच उगलवाने के लिए पुलिस की कार्रवाई जरूरी है, इसलिए जल्द ही पुलिस को मामला सौंपा जाना चाहिए।
वीडियो में आगे की बातचीत
-सरदार घर में एंट्री करता है तो पूनम भार्गव बोलती है सही समय पर आ गए, मैं तो बस निकलने वाली थी। अस्पताल में एक सर्जरी करने के लिए जाना था।
-पूनम भार्गव ने एक गोली सरदार के हाथ में दी और कहा मैं पानी लाती हूं, तुम इसे खिला देना।
पूनम भार्गव : पानी लाने के बाद आप पेमेंट लाए हो थोड़ा तो अभी दे दो।
सरदार : मैडम अभी तो कम ही लाए हैं।
पूनम भार्गव : कोई न अभी तो कम ही सही, बाकी तो कल कर लेंगे न।
सरदार : जी
पूनम भार्गव : महिला के गोली खाने के बाद अब मैं तुम्हें दूसरी गोली दे दूंगी, एक तुम रात को नौ बजे खा लेना, दूसरी सुबह पांच बजे, समझ गए, अभी क्या बजा है, अभी साढ़े तीन बजे है, मोटा-मोटा चार समझ लो, उसके बाद चार घंटे बाद यानी आठ बजे। चलो छोड़ो सुबह अर्ली मॉर्निंग खा लेना, सुबह पांच बजे खा सकती है।
महिला : हां जी, खा लूंगी।
पूनम भार्गव : उसके बाद सात बजे खा लेना, उसके बाद 12 बजे तीसरी खाना, 12 बजे खाकर जब तुम यहां आओगे तो एक बजे खाकर आना। समझ गए, ये मैं तुम्हें चार दे रही हूं।
पूनम भार्गव : कितने पैसे दिए हैं, पैसे गिनने के बाद कम से कम 10 तो दे जाते ना।
सरदार : मैं कल ले आउंगा जी, मैंने दीदी से बात कर ली थी, वो पता क्या है, थे तो 12 हजार लेकिन, कुछ पैसे मौसी को देने पड़ गए। कल मैं दे जाउंगा।
पूनम भार्गव : नहीं, बात तो हो गई थी, पेमेंट तो ले आना था ना, समझे नहीं वो तो नहीं लेकर आएगी मेडिसन, वो तो मैं लेकर आऊंगी। मैं इसलिए कह रही थी कि कम से कम 10 तो आप देते ना, ले आओ ना, मैंने तो गोली भी खिला दी, ऐसे ना करो। नहीं मैं कह रही हूं ना अभी 10 हजार तो जमा करवा दो। मुझे जो इंजेक्शन और मेडिसन लानी है। अभी मैं उस रोहित को फोन करूं।
सरदार : पता है, डॉक्टर साहब एटीएम से
पूनम भार्गव : तो ले आओ ना एटीएम यहीं है 16 में।
सरदार : डॉक्टर साहब एटीएम है नहीं ना।
महिला : मैडम एटीएम तो सारे पटियाला रह गए हैं।
पूनम भार्गव : तो अब आप पटियाला जाओगे।
महिला : नहीं यहीं जीरकपुर रुकेंगे।
पूनम भार्गव : तो मैं यही कह रही हूं आप जीरकपुर चले जाओ, ले आओ।
सरदार : तो आप कब तक मिलोगे।
पूनम भार्गव : नहीं नहीं, मैं तो अभी सीजेरियन करके आ जाऊंगी। मेरे को कितने दूर जाना है और लाकर चाहे मेरे हसबैंड को दे देना। मेरे हसबैंड तो यहीं होंगे। मैं उस बंदे को फोन करूं, मुझे वो इंजेक्शन चाहिए, अगर ब्लीडिंंग ज्यादा तो।
किसी को फोन करते हुए पूनम भार्गव : आपके पास प्रोसेडिंन इंजेक्शन है ना, ठीक है, अगर ये पेशेंट आएंगे तो शाम को इनको दे देना।
पूनम भार्गव : यहां एक नर्सिंग होम अस्पताल सेक्टर-17 में है, वहां एक लड़का है, वो देगा, आपको इंजेक्शन। अरे ग्लव्स चाहिए, इंजेक्शन चाहिए। अरे इसमें थोड़ी होगा कुछ भी, आप समझें नहीं।
पूनम भार्गव : गुस्सा होते हुए अरे सुनो, यह गोली आपने खा ली। ऐसे भी हो सकता है रात को भी ब्लीडिंग हो सकती है। आप सीधे आओगे, घर नहीं बैठोगे, फर्ज करो रात 12 या एक बजे हो गया तो आप सीधे आओगे। तो शाम को मैं इंजेक्शन वगैरा मंगवा रखूंगी ना। इंजेक्शन लगाकर सफाई करनी पड़ती है। थर्ड बच्चे में ऐसा भी हो सकता है कि रात में ही सब कुछ निकल जाए। यह डिलीवरी की तरह होगा। आप यह मुझे दे दो, आप जाकर पैसे ले आओ।
सरदार : मैम पैसे ले आऊंगा।
पूनम भार्गव : नहीं, ये तो अभी यहीं रहेगी, आप जाकर पैसे ले आओ।
सरदार : मेरी बात सुनो, मैं इसको भेज दूंगा, इसका भाई आएगा।
पूनम भार्गव : जाओ इसको ले जाओ।
सरदार : बाकी मैं सात हजार रुपये दे जाऊंगा, अगर आप ना मिले, तो आपके हसबैंड को दे दूंगा।
ली जा रही लीगल एडवाइज
सिविल सर्जन, पंचकूला डॉ. जसजीत कौर का कहना हैै कि इस मामले में लीगल एडवाइज ले जा रही है। कानून के हिसाब से जो भी धाराएं बनती होंगी, उनके तहत केस दर्ज करने के लिए पुलिस को सिफारिश की जाएगी। शिकायतकर्ता और डॉ. पूनम भार्गव के बयान दर्ज हो गए हैं। उन्हें सरकार की ओर से निलंबित कर दिया गया है।
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