आज भी नहीं चली ट्वॉय ट्रेन
15 अक्टूबर से ट्रेन चलाने को हरी झंडी दे दी थी।
राजकुमार, कालका (पंचकूला) : कोरोना काल में करीब छह माह बाद केंद्र सरकार ने 15 अक्टूबर से ट्रेन चलाने को हरी झंडी दे दी थी। लेकिन हिमाचल की दिलकश वादियों के बीच बलखाते हुए गुजरने वाली ट्वॉय ट्रेन के पहिये अभी कुछ समय तक थमे ही रहेंगे। क्योंकि वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल कालका-शिमला रेल सेक्शन पर चलने वाली ट्वॉय ट्रेन चलाने के प्रस्ताव पर अभी रेलवे बोर्ड ने मंजूरी नहीं दी है, जबकि विभाग ने 15 अक्टूबर से ट्वॉय ट्रेन चलने की संभावना व्यक्त की थी। थमे हु़ए ट्वॉय ट्रेन के पहिये ट्रैक पर दौड़ने के लिए तैयार खडे़ हैं। लेकिन सैलानियों की ट्वॉय ट्रेन के सुहाने सफर का आंनद लेने की चाहत कब तक पूरी होगी, अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। कालका-शिमला रेल सेक्शन के 117 वर्ष के इतिहास में यह पहला मौका है, जब ट्वॉय ट्रेन के करीब छह महिने तक पहिये थमे रहे और सैलानी ट्रेन के सुहाने सफर का आनंद उठाने के लिए बेताब रहे। यही नहीं, किसान आंदोलन के चलते शताब्दी गाड़ी भी रद कर दी गई थी। हालांकि स्टेशन पर कुछ स्टाल वालों ने अपनी तैयारी भी कर ली थी और पानी की बोतलें वगैरा लेकर प्लेटफार्म पर बैठ गए थे। लेकिन कोई ट्रेन नहीं आने के कारण उन्हें भी उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा। किसान आंदोलन को देखते हुए शताब्दी गाड़ी को रद किया गया है। कालका से शिमला के लिए चलने वाली ट्वॉय ट्रेन को चलाने के लिए रेलवे बोर्ड के पास प्रस्ताव भेजा था। लेकिन अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। बड़ी लाइनों की गाडि़यां चलने के बाद ही ट्वॉय ट्रेन की सेवाएं बहाल की जाएंगी।
- जीएम सिंह, डीआरएम, अंबाला