कसौटी पर खरा उतरने के बाद ही अन्य दलों के नेताओं की होगी भाजपा में एंट्री
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा अन्य दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल करने के प्रति सतर्क हो गई है। अब कसौटी पर खरे नेताओं को ही भाजपा में शामिल किया जाएगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। हरियाणा में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सत्तारूढ़ दल भाजपा फूंक-फूंककर कदम रखना चाहती है। पार्टी हाईकमान राज्य विधानसभा चुनाव में कुल 90 सीटों में से 75 से अधिक सीटें जीतने के लक्ष्य को हासिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। इस क्रम में अन्य दलों के नेताओं को अब कसौटी पर खड़े होने पर ही भाजपा में शामिल किए जाएंगे। पार्टी ने इसके लिए कई मानक तय किए हैं।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने विधानसभा चुनाव वाले तीन राज्यों के चुनाव प्रभारी और संगठन प्रभारियों की बैठक ली। इस बैठक में स्पष्ट कर दिया कि दूसरे दलों के नेताओं को भाजपा की विचारधारा की कसौटी पर खरा उतारने के बाद ही पार्टी में एंट्री दी जाए।
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बता दें, हरियाणा में भाजपा के बढ़ते प्रभाव के चलते दूसरे दलों के प्रभावी नेता भी पार्टी में प्रवेश चाहते हैं। इसके लिए उनकी पैरवी पार्टी के प्रदेश स्तरीय नेता भी कर रहे हैं। पार्टी अभी तक इनेलो के कई विधायक शामिल हो चुके हैं। इसके अलावा कई निर्दलीय विधायक व अन्य नेता भी भाजपा में शामिल होने के इच्छुक हैं। इनमें कांग्रेस के भी कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं।
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जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान शामिल होने वाले नेताओं को करना पड़ सकता है इंतजार
अमित शाह के आदेश के बाद अब उन नेताओं को भाजपा में एंट्री के लिए इंतजार करना पड़ सकता है जो मुख्यमंत्री मनोहर लाल की जन आशीर्वाद यात्रा अपने क्षेत्रों में आने के दौरान शामिल होने की जुगत बैठा चुके थे।
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बता दें, इससे पहले पार्टी ने रोहतक में यह भी निर्णय लिया था कि जो नेता दूसरे दलों से आना चाहते हैं उनके बारे में एक रिपोर्ट केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ भी राज्य इकाई को देंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और प्रदेश भाजपाध्यक्ष सुभाष बराला ने पार्टी में कुछ उन विधायकों को पहले ही एंट्री दे दी है जिन्होंने पिछले पांच साल के दौरान राज्य सरकार को बिना शर्त समर्थन दिया था।
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