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हरियाणा के दिग्गजों की लड़ाई ने बढ़ाई कांग्रेस हाईकमान की मुश्किलें

हरियाणा में कांग्रेस के बड़े नेताओं की लड़ाई पार्टी हाईकमान को भी परेशान कर दिया है। हर बड़ा नेता अपनी अलग राह पर चल रहा है और हाईेकमान के लिए उनको एक राह पर लाना कठिन हाे रहा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 23 Mar 2018 01:02 PM (IST)Updated: Fri, 23 Mar 2018 09:08 PM (IST)
हरियाणा के दिग्गजों की लड़ाई ने बढ़ाई कांग्रेस हाईकमान की मुश्किलें
हरियाणा के दिग्गजों की लड़ाई ने बढ़ाई कांग्रेस हाईकमान की मुश्किलें

चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा के कांग्रेस दिग्गजों की आपसी लड़ाई ने पार्टी हाईकमान की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्यों की सूचियां बदल दिए जाने के बाद पार्टी में अब एक दूसरे को निशाने पर लेने का खेल चल रहा है। कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर के हस्तक्षेप के बाद हालांकि इन सूचियों पर रोक लगा दी गई है, लेकिन नया विवाद प्रदेश अध्यक्ष के इस्तीफे की अफवाह से पैदा हो गया है।

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सूचियां रुकवाने को प्रियंका, अहमद पटेल, एम रामचंद्रन तक दौड़

अशोक तंवर ने इस्तीफा देने की सूचनाओं को कोरी अफवाह करार दिया है। कांग्रेस नेताओं के आपसी विवाद के कारण अब नई सूचियां भी अधर में पड़ गई हैं। आने वाले दिनों में न केवल कांग्र्रेस संगठन का कामकाज प्रभावित होगा, बल्कि पार्टी दिग्गजों की आपसी लड़ाई भी तेज होने के पूरे आसार बन गए हैं।

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कांग्रेस अधिवेशन से ठीक पहले सूचियों पर मचे घमासान का मामला अब पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के पास पहुंच गया है। हरियाणा कांग्रेस कमेटी की ओर से यह सूचियां हाईकमान के पास भेजी गई थी। राष्ट्रीय प्रतिनिधियों की पहली सूची में जब तंवर, किरण, सैलजा और कुलदीप समर्थकों के नाम नजर नहीं आए तो अगले दिन ही दूसरी सूची जारी कराई गई। फिर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सूची जारी हुई, इसमें भी इन दिग्गजों के समर्थकों के नाम नहीं थे।

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, अधिवेशन वाले दिन ही तंवर और किरण ने एक के बाद एक पहले अहमद पटेल, फिर प्रियंका गांधी और उसके बाद कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव कमेटी के अध्यक्ष एम रामचंद्रन से मुलाकात की। रामचंद्रन ने जानकारी दी कि यह सूचियां कांग्रेस प्रभारी कमलनाथ के पास से स्वीकृत होकर आई हैं, लेकिन जब विवाद बढ़ गया तो उन पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए गए।

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कांग्रेस दिग्गजों की इस लड़ाई के दो पहलू हैं। पहला तो यह कि कांग्रेस हाईकमान में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड़्डा खेमा पूरी तरह से पावरफुल है। नेशनल और स्टेट की सूची में हुड्डा समर्थक विधायकों तथा पार्टी नेताओं के नाम सबसे अधिक थे।

दूसरा पहलू यह है कि किरण चौधरी व अशोक तंवर का हस्तक्षेप भी कम नहीं है, जिन्होंने इन सूचियों पर रोक लगवाने में कामयाबी हासिल की। इन दिग्गजों की लड़ाई के बीच कुलदीप बिश्नोई और कु. सैलजा पूरी तरह से आशान्वित हैं और जल्द ही किसी भी फेरबदल का संकेत देकर आगे बढ़ रहे हैं।


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