अब पांच रुपये में शान से कीजिए साइकिल की सवारी
ट्राईसिटी में स्मार्ट सिटी की ओर पंचकूला ने पहला कदम बढ़ाया है।
जासं, पंचकूला : ट्राईसिटी में स्मार्ट सिटी की ओर पंचकूला ने पहला कदम बढ़ाया है। साइकिल से ही कल है की सोच के साथ बुधवार को सीएम मनोहर लाल ने यहां एप आधारित पब्लिक बाइक शेयरिग प्रोजेक्ट लांच किया। इसके जरिये आधे घंटे की राइड के लिए महज पांच रुपये अदा करने पर साइकिल की सवारी की जा सकेगी।
प्रोजेक्ट के तहत शहर में 20 स्थानों पर साइकिल स्टैंड बनाए गए हैं। 200 साइकिलें स्टेंड पर खड़ी की गई है। जबकि 50 साइकिलों को रिजर्व में रखा गया है। ऐसे उठाएं लाभ
साइकिल की बुकिग मोबाइल फोन के जरिये होगी। जब तक साइकिल पर लगा बारकोड आपके मोबाइल ऐप पर स्कैन नहीं होगा, तब तक साइकिल का लॉक नहीं खुलेगा। इसके लिए किसी तरह का दस्तावेज नहीं देना होगा, लेकिन स्मार्ट फोन और उसमें इंटरनेट होना जरूर है। दो करोड़ रुपये का करार
नगर निगम पंचकूला द्वारा याना कंपनी से इस प्रोजेक्ट के लिए करार किया गया है। पंचकूला नगर निगम की ओर से दो करोड़ रुपये इस कंपनी को तीन साल में दिया जाएगा। इसमें इस कंपनी द्वारा 20 साइकिल स्टैंड का निर्माण, 250 साइकिलें, साफ्टवेयर दिया जा रहा है। कंपनी को एक करोड़ शुरुआत में और एक करोड़ रुपये बाद में देने हैं। तीन साल बाद साइकिलें नगर निगम की हो जाएंगी। साइकिलों पर होगी पूरी नजर
इन साइकिलों से कहीं भी जाया जा सकता है, लेकिन जब तक आप इसे दोबारा स्टैंड पर नहीं लगा देते, तब तक आपके मोबाइल एप से टाइम के हिसाब से पैसे कटते रहेंगे। इस साइकिल में जीपीएस लगा है। यदि कोई इसे चोरी करने के इरादे से ले जाएगा, तो उसे आसानी से पकड़ा जा सकता है। एक साइकिल की कीमत लगभग 28 हजार रुपये बताई जा रही है। कंपनी प्रबंधकों का दावा है कि इस साइकिल की कीमत कम है, लेकिन इसमें जो साफ्टवेयर एवं अन्य सिस्टम लगे हैं, उनकी कीमत ज्यादा है। स्मार्ट सिटी के लिए पड़ेगी साइकिल ट्रैक की जरूरत
साइकिल के साथ ट्रैक भी जरूरी है, लेकिन पंचकूला में साइकिल ट्रैक नहीं हैं। इसलिए नगर निगम की ओर से सड़कों में कुछ बदलाव कर ट्रैक बनाने की प्लानिग है। जब तक ट्रैक नहीं बनते, तब तक मौजूदा सड़कों पर पेंट के जरिये साइकिल सवारों के लिए अलग लेन की व्यवस्था की जाएगी और पुलिस से आग्रह किया जाएगा कि जो वाहन चालक साइकिल लेन में आएं, उस पर सख्त कार्रवाई और चालान हो।