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MDU के VC प्रो. राजबीर सिंह ने बदली Lifestyle, गिलोय का पानी, नमक के गरारे और बैडमिंटन

Coronavirus Effect लॉकडाउन के कारण आजकल लोगों की दिनचर्या बदल गई है। एमडीयू के वीसी भी इन दिनों से घर से ही जरूरी काम निपटा रहे हैं। आइए जानते हैं उनकी लाइफस्टाइल के बारे में...

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Wed, 25 Mar 2020 01:38 PM (IST)Updated: Wed, 25 Mar 2020 04:13 PM (IST)
MDU के VC प्रो. राजबीर सिंह ने बदली Lifestyle, गिलोय का पानी, नमक के गरारे और बैडमिंटन

चंडीगढ़ [अनुराग अग्रवाल]। Coronavirus Effect: देश के टाप विश्वविद्यालयों में शामिल रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) से हरियाणा के 278 कालेजों के पौने तीन लाख विद्यार्थी जुड़े हुए हैं। लगभग 12 हजार विद्यार्थी यूनिवर्सिटी कैंपस में पढ़ाई करते हैं। यूनिवर्सिटी में सेवाएं देने वाले शिक्षकों, अधिकारियों व कर्मचारियों के ढ़ाई हजार परिवार भी कैंपस में ही रहते हैं। कोरोना वायरस की महामारी की वजह से यूनिवर्सिटी और कालेज बंद हैं।

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यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर (कुलपति) प्रो. राजबीर सिंह इस विश्वविद्यालय के आइकॉन हैं। कोरोना के बढ़ते असर के मद्देनजर उन्होंने न केवल अपने लाइफस्टाइल (Lifestyle) में बदलाव किया है, बल्कि विद्यार्थियों की पढ़ाई को प्रभावित होने से रोकने के पुख्ता बंदोबस्त भी किए हैं। यूनिवर्सिटी के डिजिटल लर्निंग और कंप्यूटर सेंटर के जरिये हर रोज विद्यार्थियों को ई-लर्निंग नोट भेजे जा रहे हैं।

प्रो. राजबीर सिंह की दिनचर्या सुबह चार से साढ़े चार बजे शुरू होती है। उठते ही सबसे पहले वे गिलोय का पानी (काढ़ा) पीते हैं, जो शरीर की इम्युनिटी (प्रतिरोधक क्षमता) बढ़ाता है। उनकी पत्नी डॉ. शरणजीत कौर हरियाणा वेलफेयर सोसायटी फार हियरिंग एंड स्पीच हेंडी की चेयरपर्सन हैं। यह सोसायटी राज्यपाल के अधीन काम करती है। डॉ. शरणजीत कौर रात को ही गिलोय पानी में रखकर छोड़ देती हैं, जिसे सुबह उबालकर ठंडाकर पिया जाता है। दोनों पति-पत्नी नियमित रूप से गुरबाणी का पाठ सुनते हैं। दो से तीन गिलास पानी और पीने के बाद प्रो. राजबीर सिंह नमक के पानी के गरारे करते हैं।

एमडीयू के वीसी प्रो. राजबीर सिंह पत्नी डॉ. शरणजीत कौर, बेटे समरवीर सिंह व बेटी पदमा जया के साथ।

यूनिवर्सिटी कैंपस में ही बने अपने घर में प्रोफेसर करीब 35 मिनट की सैर और 25 मिनट का योग करते हैं। कोरोना वायरस के कारण न तो घर से बाहर जाते हैं और न ही किसी को निकलने देते हैं। थोड़ी देर दोनों पति-पत्नी घी से हवन-यज्ञ करते हैं, ताकि वातावरण शुद्ध बना रहे। उन्होंने यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ अधिकारियों का एक वाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ है, जिस पर सभी आवश्यक बातचीत हो जाती है। जरूरी मीटिंग वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये होती है। नौवीं क्लास में पढ़ने वाले बेटे समरवीर सिंह के साथ प्रो. राजबीर करीब आधा घंटे तक बैडमिंटन खेलते हैं। उनकी बेटी पदमा जया 12वीं की स्टूडेंट है, जिनका एक पेपर होना बाकी है। वह उसकी तैयारी करती हैं।

प्रो. राजबीर और उनकी धर्मपत्नी ने घर में आने वाले सभी कर्मचारियों को मना कर दिया है और पूरा परिवार मिलकर सारा काम खुद करता है। नाश्ते में दलिया, देसी चटनी और मिस्सी रोटी उन्हें पसंद है। रेडियो सुनना प्रोफेसर राजबीर को अच्छा लगता है। कारवां पर पुराने गीत लगाकर कुछ किताबों का अध्ययन किया जाता है। पूरे दिन में प्रो. राजबीर दो कप नींबू की चाय पीते हैं। रात को खाने में उन्हें फ्रूट और खिचड़ी पसंद है, जो आठ बजे तक हो जाता है। अपने वाट्सएप ग्रुप पर दिन भर की रिपोर्टिंग के बाद प्रो. राजबीर साढ़े नौ बजे तक बच्चों के साथ समय बिताते हैं और करीब दस बजे बिस्तर पर चले जाते हैं।

यूनिवर्सिटी के होम पेज पर कोरोना से बचाव की जानकारी

प्रो. राजबीर सिंह के अनुसार यूनिवर्सिटी के होम पेज पर कोविड-19 से निपटने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों का अपडेट निरंतर दिया जा रहा है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी का एमडीयूलाइव नाम से यूट्यूब चैनल है, जिस पर स्टूडेंट्स के लिए हर तरह के नए अपडेट जारी किए जा रहे हैं। प्रो. राजबीर का कहना है कि कोरोना का मुकाबला सुरक्षा, बचाव और घर से बाहर न निकलने में ही है। इस राष्ट्रीय विपदा में हमें मिलकर प्रधानमंत्री व मुख्मयंत्री के दिशा निर्देशों का अनुपालन करना चाहिए। 

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