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विरोधियों का सामना और अपनों को मनाना गुप्ता और शर्मा के लिए बड़ी चुनौती

पंचकूला एवं कालका से सीटिग विधायकों को फिर से मैदान में उतारा गया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Sep 2019 09:38 PM (IST)Updated: Tue, 01 Oct 2019 06:32 AM (IST)
विरोधियों का सामना और अपनों को मनाना गुप्ता और शर्मा के लिए बड़ी चुनौती

जागरण संवाददाता, पंचकूला : भारतीय जनता पार्टी द्वारा पंचकूला एवं कालका से सीटिग विधायकों को फिर से मैदान में उतारा गया है। अब इन दोनों के लिए विरोधी पार्टियों के उम्मीदवारों का सामना करना और अपनों को मनाकर जीतना बड़ी चुनौती है। हालांकि लोकसभा चुनाव में इन दोनों ही हलकों में पार्टी को बड़ी जीत मिली थी परंतु उस समय सभी कार्यकर्ता एवं नेता एकजुट होकर रतनलाल कटारिया की जीत के लिए लगे थे। पंचकूला विधानसभा क्षेत्र से पांच से अधिक नेता टिकट की उम्मीद लगाए बैठे थे जबकि कालका में सात नेता टिकट के लिए जोर लगा रहे थे। दोनों के नामों की घोषणा के बाद टिकट मांग रहे नेता ज्ञानचंद गुप्ता या लतिका शर्मा के साथ नजर नहीं आए। गुप्ता का तीसरा चुनाव

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ज्ञानचंद गुप्ता पंचकूला विधानसभा क्षेत्र से तीसरा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। एक चुनाव वह हार चुके हैं और एक जीत चुके हैं। अब तीसरे चुनाव में वह फिर से भाग्य आजमा रहे हैं। पंचकूला से विशाल सेठ, शामलाल बंसल और कुलभूषण गोयल टिकट मांग रहे थे। इन तीनों को इस बार भी टिकट नहीं मिली है। शामलाल बंसल भाजपा के सबसे पुराने कार्यकर्ताओं में से हैं जोकि उस समय कालका से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ते थे जब कोई भाजपा की टिकट लेने के तैयार नहीं होता था। विशाल सेठ को पिछले चुनाव में आश्वासन मिला था कि अगली बार मौका मिलेगा लेकिन फिर से निराशा हाथ लगी। गोयल को हाथ लगी निराशा

कुलभूषण गोयल ने पिछली बार इनेलो से चुनाव लड़ा था और 25 हजार से अधिक मत मिले थे। भाजपा नेताओं से उनके अच्छे संबंध के चलते उनका नाम भी पैनल में अंतिम दौर तक चला। अब इन सभी को साथ लेकर चलना गुप्ता के लिए एक चुनौती है। नहीं चला लोकल न होने का मुद्दा

कालका में लोकल के मुद्दे को बड़ी सरगर्मी से उठाया गया। परंतु लतिका शर्मा ने लोकल नेताओं के चक्रव्यूह को तोड़ दिया और टिकट हथिया ली। अब देखना होगा कि जो लोग टिकट की दौड़ में थे, वह लतिका शर्मा के साथ चलेंगे या विरोधी स्वर उठाएंगे। परंतु भाजपा के प्रति चल रही लहर के चलते कोई भी नेता पंगा लेने से पहले कई बार सोचेगा। लतिका शर्मा

जन्मतिथि—21 मार्च 1965

जन्म स्थान — दिल्ली

पिता का नाम — स्वर्गीय आरसी शर्मा

पति का नाम — श्री सुभाष शर्मा

शिक्षा — बीकॉम, एलएलबी

पेशा — अधिवक्ता, ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक गतिविधियां, महिलाओं और बच्चों के अधिकारों के लिए सामाजिक कार्यक्रम

शौक : पढ़ना और सामाजिक कार्य

रूचि - किताबें पढ़ना, परिवार के साथ समय बिताना पसंद

-स्पो‌र्ट्स एंड क्ल्ब्स मेडिटेशन, योगा एंड टेबल टेनिस

-राजनीतिक करियर — अखिल भारतीय महिला प्रकोष्ठ भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नाम : ज्ञान चंद गुप्ता

विधानसभा क्षेत्र : पंचकूला

पिता : स्व. रामस्वरूप

जन्म : 25 मई 1948

व्यवसाय : इंडस्ट्रलिस्ट

शिक्षा : इलेक्ट्रीकल इंजीनियर

सामाजिक गतिविधियां : आंखों के चेकअप कैंप, रक्तदान शिविर, गरीब बच्चों को स्कॉलरशिप

रूचि : बैडमिटन, क्रिकेट खेलना

राजनीतिक करियर : 1996 से 2006 तक नगर निगम चंडीगढ़ में पार्षद, 1997-98 तक चंडीगढ़ के मेयर, 1991 से 1997 तक चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष, हरियाणा भाजपा कोषाध्यक्ष एवं 2009 में पंचकूला से पहला चुनाव लड़ा। फिर 2014 में पंचकूला से विधायक बने।


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