नगर निगम चुनाव के लिए कमेटी करेगी जिताऊ कांग्रेस उम्मीदवारों का सर्वे
नगर निगम चुनाव के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है।
राजेश मलकानियां, पंचकूला : नगर निगम चुनाव के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने एक कमेटी का गठन कर दिया है, जोकि मेयर सहित सभी वार्डो में योग्य और जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश करेगी। कांग्रेस विधानसभा चुनाव से सबक लेते हुए वार्डो में भी सर्वे कर रही है ताकि लोगों की राय के साथ ही स्थानीय दावेदारों के बारे में फीडबैक मिल सके। कांग्रेस में सुगबुगाहट है कि मेयर के सीधे चुनाव में उम्मीदवार पार्टी निशान पर उतारा जाए और पार्षद पद के लिए किसी को टिकट न दी जाए ताकि मेयर उम्मीदवार सभी कांग्रेस विचारधारा वाले उम्मीदवारों से आसानी से मेलजोल कर सके और सीट निकल जाए। जिस तरह वर्ष 2013 में कांग्रेस ने बिना निशान के चुनाव जीता और मेयर भी बनाया। क्योंकि कांग्रेस में बगावत होने के ज्यादा आसार रहते हैं। यह लोग हैं कमेटी में
पूर्व सीपीएस राम किशन गुर्जर लगातार पंचकूला सक्रिय भूमिका में नजर आ रहे हैं। पिछले कुछ समय से कांग्रेस के कार्यक्रमों की पूरी रुपरेखा उनके दिशा निर्देश में चल रही है। जो लोग पंचकूला से कांग्रेस की टिकट के लिण् दावेदारी ठोक रहे थे, वह राम किशन गुर्जर के पास पहले ही हाजिरी भरने लगे थे, लेकिन राम किशन गुर्जर ने अपने खास समर्थकों की ड्यूटियां लगा रखी हैं, जोकि चौतरफा रिपोर्ट लेकर उनको देते हैं। इस कमेटी में शामिल पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन की सलाह भी महत्वपूर्ण रहेगी, क्योंकि वह हाल ही में पंचकूला से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं और यहां पर वार्डवाइज समस्याओं और लोकल दावेदारों से उनका सीधा संपर्क रहा। चंद्रमोहन की जिन लोगों ने चुनाव में मदद की, उनको अवश्य लाभ मिल सकता है और जो चुपचाप घर में बैठ गए, उनके लिये परेशानी खड़ी हो सकती है। प्रताप चौधरी की भी पंचकूला के कांग्रेसियों पर अच्छी पकड़
अगर कांग्रेस इन पूर्व पार्षदों को दरकिनार करने की कोशिश करेगी, तो चुनाव में विरोध का स्वर भी उठेंगे। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे प्रताप चौधरी की भी पंचकूला के कांग्रेसियों में अच्छी पकड़ है और पिछले नगर निगम व नगर परिषद चुनावों में टिकट दिलवाने में वह अहम भूमिका रहे। सैलजा के कट्टर समर्थक माने जाने वाले प्रताप चौधरी की अगुवाई में अब तक कांग्रेस के सभी कार्यक्रम होते रहे। प्रताप चौधरी का कांग्रेस के पूर्व पार्षदों में अच्छा होल्ड रहा और उनके बुलावे सभी एक मंच पर इक्ट्ठे नजर आते थे। उनके अनुभव का भी खूब फायदा उठाने की चुनाव में कोशिश की जाएगी। जलमेघा दहिया का नाम पुराने कांग्रेसियों में गिना जाता है। 1998 में उन्हें जिला महिला कांग्रेस कमेटी का जनरल सेक्रेटरी बनाया गया था।