संभलकर जनाब, ये मोरनी की सड़कें हैं
मोरनी-रायपुररानी रोड पर लोक निर्माण विभाग द्वारा लगाई गई बचाव दीवारें धंसना शुरू।
धर्म शर्मा, मोरनी : मोरनी-रायपुररानी रोड पर लोक निर्माण विभाग द्वारा लगाई गई बचाव दीवारें धंसना शुरू हो गई हैं। इस रोड पर तीन जगहों पर ऐसा हुआ है। मोरनी किलाघाट के पास बचाव दीवार दरक गई है, जिससे सड़क पर दरारें आ गई हैं, जो कभी भी बढ़कर आवाजाही प्रभावित कर सकती हैं। गांव भंगार के पास कुछ समय पहले हुई बारिश में एक बचाव दीवार दरकना शुरू हुई और अब काफी धंस गई है। जिससे सड़क पर वाहन चालक की थोड़ी सी असावधानी खाई में धकेल सकती है। ऐसे ही शुक्रवार शाम को शुरू हुई तेज बारिश में पलासरा के पास लगी एक बचाव दीवार धंस गई और सड़क पर बड़े वाहनों का निकलना मुश्किल हो गया। क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग द्वारा युद्ध स्तर पर बचाव दीवारें लगाने का कार्य काफी समय से जारी है, लेकिन तेजी से किए गए इस कार्य में गुणवत्ता का अधिक ध्यान नहीं रखा गया। परिणामस्वरूप तेज बारिश से ये बहुत कम समय में बनी बचाव दीवारें दम तोड़ गई और इन्होंने राहगीरों की समस्या बढ़ा दी। कभी भी हो सकता है हादसा
मोरनी- रायपुररानी रोड कुछ समय से वाहनों की आवाजाही के हिसाब से काफी व्यस्त रोड बन गया है। इस रोड पर सैकड़ों की संख्या में निजी व सरकारी वाहन, जिनमें सवारी व मालभाड़ा वाले वाहन हैं, प्रतिदिन गुजरते हैं। मोरनी में निर्माण कार्य के लिए रेत, बजरी, सीमेंट व अन्य निर्माण सामग्री लाने के लिए चंडीमंदिर की अपेक्षा रायपुररानी से वाहनों की आवाजाही अधिक है। इस प्रकार इस रोड पर इन बचाव दीवारों के ढहने से कभी भी हादसा हो सकता है। उधर लोक निर्माण विभाग ने अभी तक बचाव दीवार धंसने वाली जगहों पर किसी प्रकार का सेफ्टी टेप या रात के समय चमकने वाली कोई टेप नहीं लगाई है। पलासरा और भंगार के पास धंसी इन बचाव दीवारों के पास रात के समय वाहन-चालकों के साथ हादसा होने की काफी संभावना है। क्योंकि दोनों स्थानों पर मोड़ है और अचानक से आए वाहन चालक को दीवार के धंसे होने की बात मालूम न होने के कारण संभलने का अवसर नहीं मिलता और हादसा हो सकता है। पलासरा के पास टीम ने मुआवना कर लिया है। भंगार के पास रोड की स्थिति पता नहीं है। बारिश के कारण बचाव दीवारें दरक रही हैं। सेफ्टी टेप जैसा विभाग के पास ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।
-जगमिंद्र सिंह, एसडीओ, लोक निर्माण विभाग