बीरेंद्र के इस्तीफे की पेशकश के बाद बेटे बृजेंद्र को हिसार से टिकट, रोहतक से अरविंद भाजपा प्रत्याशी
भाजपा ने रोहतक और हिसार से प्रत्याशिेयों के नाम घोषित कर दिए हैं। केंद्रीय मंत्री पद से बीरेंद्र सिंह के इस्तीफे की पेशकश के बाद बेटे बृजेंद्र सिंह काे हिसार से टिकट मिला है।
नई दिल्ली, जेएनएन। हरियाणा की राजनीति में नया मोड़ आया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने हिसार और रोहतक सीटों से अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। केंद्रीय बीरेंद्र सिंह द्वारा आइएएस बेटे बृजेंद्र सिंह से भाजपा टिकट के लिए केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने की पेशकश किए जाने के बाद प्रत्याशी घोषित कर दिए गए। रोहतक से अरविंद शर्मा और हिसार से बृजेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है। इस तरह से भाजपा हरियाणा की सभी दस सीटों से अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने पहले आठ उम्मीदवारों की घोषणा की थी।
बीरेंद्र सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, मैंने अपने बेटे को टिकट देने पर केंद्रीय मंत्री पद और राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की पेशकश की है। इसके लिए मैंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह काे पत्र लिखा है। अब पार्टी जो फैसला करेगी वह मुझे मंजूर होगा। उन्होंने कहा, जब बीजेपी चुनाव के लिए जाती है तो वह वंशवादी शासन के खिलाफ होती है, इसलिए मैंने यह उचित समझा कि अगर मेरे बेटे को टिकट मिलता है तो मुझे राज्यसभा और मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। इसलिए मैंने अमित शाह जी को पत्र लिखा।
बता दें कि बीरेंद्र सिंह ने रविवार को भाजपा के संगठन महामंत्री रामलाल से मिलकर केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने की पेशकश की। बताया जाता है कि उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा देने की पेशकश की है। केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह ने एक बातचीत में बताया कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है। उन्होंने कहा, मैं परिवारवाद के विरोध में रहा हूं। इसलिए बेटे को चुनाव लड़ने के लिए टिकट देेने पर मंत्रीपद से इस्तीफा देने की पेशकश की है। उन्होंने कहा, उनके पुत्र बृजेंद्र सिंह ने नौकरी से स्वैच्छिक सेवानिवृति (VRS) के लिए आवेदन दे दिया है।
इस्तीफे की पेशकश करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते बीरेंद्र सिंह।
इस्तीफे की पेशकश के बाद पत्रकारों से बातचीत में बीरेंद्र सिंह ने कहा कि परिवार वाद की राजनीति से फायदा जगह नुकसान हुआ है। ऐसे में जब मेरे आइएस बेटे ने परिवार की विरासत को आगे बढ़ाने की इच्छा जाहिर की तो मैंने मंत्री पद से इस्तीफा देना तय किया। अभी बृजेंद्र की 14 साल की नौकरी बची हुई है, लेकिन वह राजनीति में आकर परिवार की विरासत संभालना और लोगों की सेवा करना चाहता है।
बीरेंद्र सिंह ने कहा, मैंने अपने नाना दीनबंधु सर छोटूराम की राजनीति विरासत संभाली और पूरी ईमानदारी व निष्ठा से इसे आगे बढ़ाया। अब इस राजनीतिक विरासत को मेरा बेटा बृजेंद्र सिंह आगे बढ़ाएगा। बता दें कि बीरेंद्र सिंह ने पहले भी बेटे को लाेकसभा चुनाव में भाजपा टिकट देने पर केंद्रीय मंत्री पद और राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषणा की थी।
बेटे बृजेंद्र सिंह के साथ बीरेंद्र सिंह।
बता दें कि दीनबंधु सर छोटूराम 1922 में पहली बार विधायक बने थे। उसके बाद 1952, 1957 और 1967 के चुनावों में उनके बेटे श्रीचंद विधायक बने और संयुक्त पंजाब में मंत्री रहे। वह हरियाणा विधानसभा में स्पीकर भी रहे। श्रीचंद की पुत्री बसंती देवी 1982 से 87 तक हसनगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक रही थीं। इसके अलावा बीरेंद्र सिंह के पिता चौधरी नेेकीराम 1972 में मंत्री और विधायक रहे। 1972 के बाद सर छोटूराम की राजनीतिक विरासत बीरेंद्र सिंह ने संभाली।
भाजपा ने पहले घोषित किए थे आठ प्रत्याशियों के नाम
कृष्णपाल गुर्जर और राव इंद्रजीत सिंह।
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा के 10 में से आठ सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी। भाजपा ने अश्विनी चोपड़ा को छोड़कर सभी मौजूदा सांसदों पर फिर भरोसा जताया था। अंबाला से रतन लाल कटारिया को टिकट दिया गया था। वहीं कुरुक्षेत्र के सांसद राजकुमार सैनी के बागी होने के बाद मनोहरलाल सरकार के मंत्री नायब सिंह सैनी पर दांव खेला। सिरसा से सुनीता दुग्गल भाजपा की प्रत्याशी बनाया गया।
ऊपर (बाएं से)- सुनीता दुग्गल, धर्मवीर सिंह और रतनलाल कटारिया। नीचे (बाएं से)- रमेश कौशिक, नायब सिंह सैनी और संजय भाटिया।
करनाल से संजय भाटिया को अश्विनी चोपड़ा की जगह भाजपा टिकट दिया गया है। भाजपा ने साेनीपत में सारी कयासबाजी से अलग मौजूदा सांसद रमेश चंद्र कौशिक को ही दोबारा प्रत्यशी बनाया गया। भिवानी महेंद्रगढ़ सीट से धर्मवीर सिंह को फिर भाजपा प्रत्याशी बनाया गया। गुड़गांव से केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और फरीदाबाद से केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर फिर से भाजपा के उम्मीदवार बनाए गए।
हरियाणा से भाजपा के प्रत्याशी
1. गुड़गांव- राव इंद्रजीत सिंह
2. फरीदाबाद- कृष्णपाल गुर्जर
3. कुरुक्षेत्र- नायब सिंह सैनी
4. सिरसा (एससी)- सुनीता दुग्गल
5. करनाल- संजय भाटिया
6. सोनीपत- रमेश चंद्र कौशिक
7. भिवानी महेंद्रगढ़- धर्मवीर सिंह
8. अंबाला- रतनलाल कटारिया
9. हिसार- बृजेंद्र सिंह
10. रोहतक- अरविंद शर्मा।