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किसानों को बड़ी राहत, बुवाई नहीं कर पाने पर मिलेगा छह हजार प्रति एकड़ मुआवजा

मनोहरलाल सरकार ने हरियाणा के किसानों को बड़ी राहत दी है। सरकार ने बरसात के दौरान जलभराव के कारण फसलों की बुवाई नहीं कर पाए किसानों को मुअावजा देने की घोषणा की है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 29 Dec 2018 11:54 AM (IST)Updated: Sat, 29 Dec 2018 09:02 PM (IST)
किसानों को बड़ी राहत, बुवाई नहीं कर पाने पर मिलेगा छह हजार प्रति एकड़ मुआवजा

चंडीगढ़, [सुधीर तंवर]। हरियाणा की मनोहरलाल सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है। राज्‍य सरकार ने बरसाती मौसम में जलभराव से प्रभावित किसानों को 12 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देगी। खेतों में पानी भरा होने के कारण जो किसान रबी फसलों की बुवाई नहीं कर पाए, उन्हें छह हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा मिलेगा। प्रदेश में करीब 7126 एकड़ में जलभराव के चलते बुवाई नहीं हो पाई है। वहीं, पूर्व में पांच एकड़ से अधिक खराब फसल का मुआवजा लेने वाले किसानों से रिकवरी की जाएगी।

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पांच एकड़ से अधिक खराब फसल का मुआवजा लेने वाले किसानों से होगी रिकवरी

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला के साथ ही इनेलो के  विधायकों द्वारा खेतों में जलभराव पर लगाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान यह घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने गिरदावरी के लिए पोर्टल बनाने का एलान करते हुए कहा कि फसल खराब होने की स्थिति में किसान अटल सेवा केंद्र के जरिये इसमें अपनी डिटेल अपडेट कर सकेंगे।

गिरदावरी के लिए बनेगा पोर्टल, जुलाना में जलभराव के दोषी अफसरों पर एक्शन

उन्‍होंने कहा कि इस तरह के मामलों में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग और राजस्व विभाग की टीमें मौके पर जांच करेंगी जिसके बाद प्रभावित किसानों के लिए मुआवजे की सिफारिश कर दी जाएगी। इसके अलावा टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा जहां किसान अपनी खराब फसल की सूचना दे सकेंगे।

मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि जली हुई फसल का मुआवजा भी किसानों को दिया जाएगा। सभी जिला उपायुक्तों को खेतों से जलभराव का पानी निकालने पर डीजल के लिए किसानों द्वारा खर्च की गई राशि और जली हुई फसलों का ब्योरा जुटाने का निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेतों में सोलर पंप लगवाए जाएंगे जिससे न केवल किसानों का बिजली पर खर्च खत्म होगा, बल्कि वह अपनी अधिक बिजली सरकार को देकर एक रुपये यूनिट की कमाई भी कर सकेंगे।

सदन में जमीन पर बैठे ढुल, सीएम के आश्वासन पर माने

जुलाना से इनेलो विधायक परमिंद्र सिंह ढुल ने अपने हलके में जलभराव का मुद्दा उठाते हुए कहा कि अफसरों ने हलके का पानी हिसार की ओर जाने से रोकने के लिए नहर में मिट्टी भरवा दी। इससे उनके क्षेत्र में जलभराव हुआ और आज भी करीब सात-आठ हजार एकड़ भूमि में बिजाई नहीं हो पा रही। इसके अलावा 40-50 हजार एकड़ में महीनों तक तीन फुट पानी खड़ा रहा जिससे किसानों को नुकसान हुआ। गिरदावरी की रिपोर्ट भी सवालों में है। कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ के जवाब से असंतुष्ट विधायक ढुल जमीन पर बैठ गए जिसके बाद मुख्यमंत्री ने मामले की जांच कराकर दोषी अफसरों के खिलाफ एक्शन लेने की बात कही। इसके बाद विधायक सीट पर लौट आए।

...तो रेगिस्तान बन जाएगा दक्षिण हरियाणा

फिरोजपुर झिरका से इनेलो विधायक नसीम अहमद ने कहा कि मेवात का इलाका एसवाईएल नहर का निर्माण नहीं होने और मेवात फीडर से पानी न मिल पाने के कारण लगभग रेगिस्तान बनने की स्थिति में पहुंच चुका है। निकट भविष्य में यदि इस समस्या को न सुलझाया गया तो समूचा दक्षिण हरियाणा एक मरुस्थल बन सकता है। इनेलो विधायक रामचंद कांबोज और ओमप्रकाश बरूआ ने भी अपने क्षेत्र के किसानों का मुद्दा उठाया।


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