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सभी नेताओं को साथ लेकर चलना उपिद्र आहलूवालिया की बड़ी चुनौती

कांग्रेस की गुटबाजी और टिकट के चाहवानों की उम्मीदों पर पानी फिरने के बाद मेयर पद की उम्मीदवार उपिद्र कौर अहलूवालिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती सभी नेताओं को साथ लेकर चलने की है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Dec 2020 07:57 AM (IST)Updated: Wed, 16 Dec 2020 07:57 AM (IST)
सभी नेताओं को साथ लेकर चलना उपिद्र आहलूवालिया की बड़ी चुनौती
सभी नेताओं को साथ लेकर चलना उपिद्र आहलूवालिया की बड़ी चुनौती

राजेश मलकानियां, पंचकूला

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कांग्रेस की गुटबाजी और टिकट के चाहवानों की उम्मीदों पर पानी फिरने के बाद मेयर पद की उम्मीदवार उपिद्र कौर अहलूवालिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती सभी नेताओं को साथ लेकर चलने की है। उपिद्र आहलूवालिया पहली पंचकूला की मेयर रह चुकी हैं। ऐसे में भाजपा द्वारा उनके समय में विकास ना होने को मुख्य मुद्दा तो बनाया जा रहा है। साथ ही कांग्रेस की गुटबाजी का भी लाभ लेने के लिए पुरजोर कोशिश की जा रही है। कांग्रेस के कई युवा नेता पलायन की तैयारी कर रहे हैं। साथ ही युवा कांग्रेस के साथ पार्टी द्वारा किए गए भेदभाव के चलते कांग्रेस के बड़ी संख्या में युवा कार्यकर्ता भी या तो निर्दलीय तौर पर आज उतर सकते हैं या फिर पलायन करके भाजपा का साथ दे सकते हैं। ऐसे में उपिद्र कौर आहलूवालिया को गुटबाजी से बचाने के लिए सभी को साथ लेकर चलना होगा, जिसके लिये वह प्रयास भी कर रही हैं और टिकट मांगने वालों के घर पर मुलाकात कर चुकी हैं। धनेंद्र आहलूवालिया हरियाणा कांग्रेस की प्रवक्ता रंजीता मेहता के निवास पर मुलाकात करने भी गये थे, ताकि वह उनके साथ दें। चुनाव कार्यालय के उद्घाटन मौके पर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन भी पहुंचे थे, लेकिन फिर भी कई ऐसे चेहरे हैं, जिनका साथ बहुत अहमियत रखता है। यदि वह नदारद रहे, तो पार्षद और मेयर उम्मीदवारों के लिए खतरा बन सकता है। उपिद्र कौर अहलूवालिया प्रचार के दौरान अपने कामों के बल पर चुनाव जीतने की कोशिश में हैं, लेकिन भाजपा ट्रिपल इंजन की बात करके लोगों को विकास के लिए वोट देने की बात कर रही है। भाजपा का एजेंडा है कि केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार है, इसलिए नगर निगम में भी भाजपा के मेयर का हो, ताकि विकास हो सके, लेकिन उपिद्र कौर अहलूवालिया हमेशा ही भाजपा पर काम ना करने का आरोप लगाती रही हैं। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने अधिकारियों पर जमकर लगाम लगाने की कोशिश की अधिकारियों के इस चक्कर में ट्रांसफर भी हो गए। उपिद्र अहलूवालिया का कहना है कि कांग्रेस एक बड़ी पार्टी है और सभी मेरे साथ है। यदि कोई नाराज होगा, तो उसे मना लेंगे। कांग्रेस की जीत के लिये सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर काम कर रहे हैं। राजेश मलकानियां


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