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Dushyant Chautala के लिए मुसीबत बना 5100 रुपये पेंशन का वादा, भाकियू ने किया प्रदर्शन का ऐलान

विधानसभा चुनाव के दौरान Dushyant Chautala द्वारा 5100 रुपये पेंशन का वादा उनके लिए मुसीबत का सबब बन गया है। भाकियू ने वादाखिलाफी को लेकर प्रदर्शन का ऐलान किया है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 13 Jan 2020 09:42 AM (IST)Updated: Mon, 13 Jan 2020 09:42 AM (IST)
Dushyant Chautala के लिए मुसीबत बना 5100 रुपये पेंशन का वादा, भाकियू ने किया प्रदर्शन का ऐलान
Dushyant Chautala के लिए मुसीबत बना 5100 रुपये पेंशन का वादा, भाकियू ने किया प्रदर्शन का ऐलान

जेएनएन, चंडीगढ़। दिल्ली विधानसभा चुनाव में कूदने को तैयार जननायक जनता पार्टी (जजपा) के लिए हरियाणा में परेशानी खड़ी हो सकती है। करीब 25 लाख लोगों से पेंशन बढ़ोतरी का वादा तोड़ने का आरोप लगाते हुए भारतीय किसान यूनियन ने जजपा के खिलाफ जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। जजपा ने विधानसभा चुनाव के दौरान हरियाणा के लोगों से 5100 रुपये पेंशन देने का वादा किया था।

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भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार ने पिछले दिनों वृद्धावस्था पेंशन में 250 रुपये मासिक की बढ़ोतरी की है। अब एक जनवरी से किसानों को 2250 रुपये मासिक पेंशन मिलनी है। भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने जजपा संयोजक दुष्यंत चौटाला के विरुद्ध झंडा उठाते हुए 16 जनवरी को हर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।

 भाजपा ने बड़ी ही होशियारी से महंगाई के सूचकांक के हिसाब से पेंशन में बढ़ोतरी का वादा प्रदेश के लोगों से किया, जिसके आधार पर इस बार पेंशन में मात्र 160 रुपये मासिक की बढ़ोतरी होनी थी, लेकिन दुष्यंत चौटाला ने इसमें 90 रुपये की बढ़ोतरी कराते हुए 250 रुपये मासिक करा दिया है। राजनीतिक गलियारों में पेंशन बढ़ोतरी के 160 रुपये को भाजपा व 90 रुपये को जजपा के खाते के रूप में प्रचारित किया जा रहा है।

भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान के अनुसार वादे के मुताबिक पेंशन में बढ़ोतरी नहीं होने से लाखों लोग मायूस हुए हैैं। ऐसे में दुष्यंत को जजपा के घोषणा पत्र को झूठा करार देते हुए प्रदेश के वृद्धों से माफी मांग लेनी चाहिए। अन्यथा उन्हें बुजुर्गों के गुस्से का शिकार बनना पड़ सकता है।

मान के मुताबिक दुष्यंत अब हर मुद्दे पर भाजपा की भाषा बोल रहे हैैं। लोगों ने जजपा को वोट भाजपा की दिहाड़ीदार बनने के लिए नहीं दिए थे। अगर ऐसा भी है तो जजपा को अपने वादे पूरे करने चाहिए। 16 जनवरी को दिए जाने वाले ज्ञापनों में गन्ने का रेट 400 रुपये प्रति क्विंटल करने तथा विधायकों व पूर्व विधायकों के पेंशन-भत्तों में की गई बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग भी की जाएगी।

पिछली सरकारों ने 16 साल में बढ़ाए मात्र 900 रुपये

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का कहना है कि हमारी सरकार बने अभी 60 दिन हुए थे। हमने इतने कम समय में ही 250 रुपये बढ़ाए। पहले की सरकारें छह साल में 200 रुपये और 10 साल में 700 रुपये बढ़ा पाई थी। अब यही लोग किसी न किसी चैनल से विरोध पर तुले हुए हैैं। अभी तक हरियाणा सरकार का बजट भी नहीं आया है। बजट में पेंशन बढ़ोतरी की संभावना खत्म नहीं हुई है। उसमें भी पेंशन बढ़ोतरी हो सकती है। जो लोग ऐसी बातें कर रहे हैैं, उन्हें सरकार का धन्यवाद करना चाहिए।

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