Baroda by-election: श्रीकृष्ण हुड्डा के निधन से खाली हुई थी बरोदा सीट, सभी दलों का जीत का दावा
Baroda by-election बरोदा विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की घोषणा होते ही सभी दल सक्रिय हो गए हैं। सभी दल जीत का दावा कर रहे हैं। यह सीट कांग्रेस के विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा के निधन के कारण खाली हुई थी।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में सोनीपत जिले की बरोदा विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव का ऐलान हो गया है। 13 अप्रैल को कांग्रेस विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा के निधन की वजह से यह सीट खाली हुई थी। महीनों के भीतर इस सीट पर चुनाव कराना अनिवार्य है। कोरोना महामारी की वजह से बरोदा का उपचुनाव करीब एक माह देरी से हो रहा है। यहां तीन नवंबर को वोटिंग होगी और दस नवंबर को नतीजे जाएंगे। बरोदा हलके को नया विधायक दीवाली से पहले मिल जाएगा। इस बार दीपावली 14 नवंबर को है। यह उपचुनाव सीएम मनोहर लाल, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व इनेलो नेता अभय चौटाला के लिए साख का सवाल हैं।
बरोदा हलके के लिए उपचुनाव की तारीख का ऐलान होते ही राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी जीत के दावे कर दिए हैं। हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि बरोदा में भाजपा का उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा और जीत दर्ज कराएगा। कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्षा कु. सैलजा व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मिलकर चुनाव लड़ने का दावा करते हुए कहा कि यहां लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने जीत दर्ज कराई थी और इसे इस बार भी बरकरार रखा जाएगा। इनेलो विधायक अभय चौटाला ने बरोदा में अपनी पार्टी की जीत का दावा किया है, जबकि जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला ने कहा कि बरोदा में भाजपा-जजपा गठबंधन के उम्मीदवार की जीत होगी।
इससे पहले, केंद्रीय चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा के आम चुनाव का ऐलान किया था। बिहार में तीन चरणों में चुनाव होना है। हरियाणा के बरोदा हलके में दूसरे चरण यानी तीन नवंबर को वोटिंग होगी। उपचुनाव के नतीजे बिहार के साथ ही 10 नवंबर को घोषित होंगे। 2019 के आम चुनाव में भाजपा बहुमत से छह सीट दूर रह गई थी। 90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में भाजपा को 40 सीट मिली। हालांकि पार्टी ने '75 पार' का नारा दिया था। वहीं कांग्रेस 31 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही।
कुछ माह पूर्व ही इनेलो से अलग होकर अस्तित्व में आई दुष्यंत सिंह चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) 10 सीटों पर चुनाव जीती। भाजपा के अल्पमत में होने की वजह से उसने जेजेपी के साथ गठबंधन कर राज बनाया। 13 अप्रैल को बरोदा से कांग्रेस विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा का निधन होने की वजह से यह सीट खाली हुई। कांग्रेस विधायकों की संख्या अब 30 रह गई है।
बरोदा में ही रहेगा आचार संहिता का असर
बरोदा का उपचुनाव घोषित होते ही तुरंत प्रभाव से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। आचार संहिता का असर केवल बरोदा हलके में ही रहेगा। अब बरोदा में चुनाव प्रचार के लिए जाने वाले सत्तारूढ़ भाजपा-जेजेपी गठबंधन के मंत्री, सांसद व विधायक सरकारी संसाधनों का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। बरोदा के अलावा बाकी प्रदेश में सरकार के काम पहले की तरह जारी रहेंगे।
यह रहेगा बरोदा उपचुनाव का शेड्यूल
- उपचुनाव के लिए नौ अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी होगा
- 16 अक्टूबर तक नामांकन-पत्र दाखिल किए जा सकेंगे
- 17 अक्टूबर को नामांकन-पत्रों की छंटनी होगी
- 19 अक्टूबर को नामांकन-पत्र वापसी की आखिरी तारीख
- तीन नवंबर को बरोदा में उपचुनाव के लिए वोटिंग
- 10 नवंबर को बरोदा उपचुनाव के नतीजे