कौन जिम्मेदार.. अलीपुर के राजकीय प्राथमिक पाठशाला की दीवार गिरी
राजकीय प्राथमिक पाठशाला गांव अलीपुर में स्कूल की खस्ताहाल दीवार विभागीय उलझन में फंसकर आखिरकार गिर ही गई।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : राजकीय प्राथमिक पाठशाला गांव अलीपुर में स्कूल की खस्ताहाल दीवार विभागीय उलझन में फंसकर आखिरकार गिर ही गई। दो विभागों में दीवार के पुर्ननिर्माण को लेकर हो रही पत्रबाजी के बीच काम लटक हुआ था। विभाग एक-दूसरे पर दीवार को ठीक करवाने के लिए टालमटोल कर रहे थे। यह सिलसिला लगभग डेढ़ महीने तक यूं ही चल रहा था। इसी दौरान वीरवार रात को स्कूल की दीवार गिर गई। गनीमत यह रही कि हादसा रात को हुआ, नहीं तो कोई जानमाल का नुकसान हो सकता था। आगे से आगे जाती रही चिट्ठी पर किसी अधिकारी ने नहीं दिखाई गंभीरता
जननायक जनता पार्टी के पूर्व प्रत्याशी अजय गौतम ने बताया कि मेरे पास लोग आए थे और उन्होंने स्कूल की दीवार की समस्या से अवगत कराया और लिखित में एक चिट्ठी दी, उसमें लिखा कि अगर समय रहते स्कूल की दीवार को गिरा कर ठीक नहीं किया गया, तो स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की जान को खतरा भी हो सकता है। स्कूल की दीवार व स्कूल में खड़े सफेदे के पेड़ का निपटान जल्दी करवाने को कहा था। इस चिट्ठी पर को उपायुक्त के पास भेज दिया गया था। उपायुक्त ने मामले को नगर निगम पंचकूला को भेज दिया और इसके बाद नगर निगम कमिश्नर ने जिला प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर सर्व शिक्षा अभियान को एक चिट्ठी फारवर्ड कर दी। इसके बाद एग्जीक्यूटिव इंजीनियर दो ने भी आगे पत्र लिख दिए। जांच करवाई जाएगी, जिसकी गलती होगी उसपर होगी कार्रवाई
गौतम ने बताया कि प्रशासन का खेल चिट्ठियों में चलता रहता है नतीजा यह होता है कि जनता परेशान होती रहती है, जब प्रशासन अधिकारियों का वेतन दो दिन भी लेट हो जाए, तो अधिकारी काम बंद कर देते हैं और जनता का काम जितना मर्जी लेट हो जाए, तो प्रशासन को इसकी कोई परवाह नहीं होती है। इस संबंध में नगर निगम के कार्यकारी अधिकारी जरनैल सिंह ने कहा कि मामले में जांच करवाई जाएगी और जिसकी भी गलती होगी, उस पर कार्रवाई की जाएगी।