मंत्री विज और सांसद अनिल विज पर कार्रवाई को राजभवन पहुंचे कांग्रेसी
विज और सैनी द्वारा महात्मा गांधी पर टिप्पणी करने से खफा कांग्रेसियों ने रोष मार्च निकाला। कांग्रेसियों ने पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की अगुवाई में राज्यपाल के सचिव को ज्ञापन सौंपा।
जेएनएन, चंडीगढ़। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की आपत्तिजनक टिप्पणी और सांसद राजकुमार सैनी द्वारा उसका समर्थन करने के खिलाफ कांग्रेस का पैदल रोष मार्च चंडीगढ़ में राज्यपाल के नाम ज्ञापन देने के साथ संपन्न हो गया। हरियाणा राजभवन में सोमवार को राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी की अनुपस्थिति में उनके सचिव को ज्ञापन सौंपकर कांग्रेस ने दोनों भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई।
पूर्व राजस्व मंत्री और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष निर्मल सिंह की अगुवाई में शनिवार को अंबाला से रवाना हुआ पार्टी कार्यकर्ताओं का पैदल जत्था सोमवार सुबह करीब 11 बजे चंडीगढ़ सेक्टर 25 स्थित रैली मैदान पहुंचा। यहां समर्थकों को संबोधित करते हुए निर्मल सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सुनियोजित रणनीति के तहत भारतीय करेंसी के अवमूल्यन और खादी की बदहाली के लिए महात्मा गांधी को जिम्मेदार ठहराया। सांसद सैनी ने न केवल इसका समर्थन किया, बल्कि भाजपा आलाकमान और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसे दोनों नेताओं की व्यक्तिगत राय बताकर इससे पल्लू झाड़ लिया।
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अगर सरकार की नीयत साफ होती तो विज और सैनी को पद से हाथ धोना पड़ता, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इससे साबित होता है कि भाजपा आरएसएस के एजेंडे पर काम करते हुए प्रदेश को अराजकता की ओर धकेल रही है। बड़बोले नेताओं के गैर जिम्मेदाराना बयानों के कारण राज्य में जातीयता का जहर घुल रहा है।
इसके बाद निर्मल सिंह के नेतृत्व में पार्टी प्रवक्ता रण सिंह मान और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुमित्रा चौहान व प्रवक्ता रंजीता मेहता सहित पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल हरियाणा राजभवन पहुंचा। राज्यपाल के मौजूद न होने के कारण उनके सचिव को ज्ञापन सौंपा।
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