अभय चौटाला का आरोप- केबल खरीद में करोड़ों का घोटाला, अफसरों की मिलीभगत
विपक्ष के नेता अभय चौटाला ने केबल खरीद में करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया है। कहा कि अभी भी आरोपित कंपनियों से बिजली सामान की खरीद जारी है।
जेएनएन, चंडीगढ़। दवा खरीद घोटाले के बाद अब इनेलो ने बिजली निगमों में करोड़ों के घोटाले को मुद्दा बनाया है। म्हारा गांव जगमग गांव, दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना और इंटीग्रेटिड पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम के तहत बिछाई गई केबल पर सवाल उठाते हुए विपक्ष के नेता अभय चौटाला ने कहा कि दोषी फर्मों को ब्लैकलिस्ट करने के बजाय ठेकेदारों को फंसाया जा रहा है।
चंडीगढ़ में पत्रकारों से रू-ब-रू अभय चौटाला ने कहा कि सिरसा, रेवाड़ी, फतेहाबाद, जींद, पलवल, महेंद्रगढ़ और हिसार में घटिया केबल बिछाई गई जिनके सभी सैंपल फेल आए हैं। मगर दोषी फर्मों पर कार्रवाई के बजाय ठेकेदारों को 42 करोड़ की रिकवरी के नोटिस थमा दिए गए। आरोपित कंपनियों से बिजली सामान की खरीद बदस्तूर जारी है। कायदे से जिन अफसरों ने केबल खरीद में फर्जीवाड़ा किया, उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
चौटाला ने कहा कि गुरुग्राम और फरीदाबाद में जांच ही नहीं कराई गई, जिससे घोटाले में उच्च स्तर के लोगों की मिलीभगत की आशंका है। सरकार सभी जिलों में केबल, ट्रांसफार्मर व अन्य उपकरणों की खरीद की जांच विजिलेंस से कराते हुए दोषी अफसरों पर मुकदमे दर्ज कराए। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व हुड्डा सरकार में हुए 253 करोड़ के पिलर घोटाले में अभी तक दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि निलंबित किए गए सात अधिकारी फिर से बहाल किए जा चुके हैं।
सोनीपत एमसी में छह करोड़ दिए ज्यादा : चौटाला
अभय चौटाला ने सोनीपत एमसी कार्यालय में चल रहे निर्माण कार्य में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि जो काम 6.62 करोड़ रुपये में होना चाहिए था, उसे 12.8 करोड़ रुपये में कराया गया। पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा भी उनके साथ थे।