Exclusive Interview: हरियाणा सीएम मनोहरलाल बोले- घोटालों पर अंकुश लगाया, सुधारा दशकों से पुराना खराब सिस्टम
Exclusive interview हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा है कि उनकी सरकार ने राज्य में घोटालाें पर रोक लगाई। विशेष साक्षात्कार में उन्होंने कहा हरियाणा में दशकों से सिस्टम खराब था। हमने इसे सुधारा और ये सिस्टम पटरी पर आ गए हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल आजकल एक साथ कई मोर्चों पर काम कर रहे हैं। उनके सामने तीन कृषि कानूनों पर कांग्रेस द्वारा किसानों के बीच फैलाए जा रहे भ्रम को दूर करने की जिम्मेदारी है तो साथ ही दशकों से बिगड़े सिस्टम को पटरी पर लाकर व्यवस्थाओं में सुधार करने की चुनौती भी। मुख्यमंत्री इसमें काफी हद तक कामयाब हो रहे हैं। कोरोना काल के तुरंत बाद तीन कृषि कानूनों के विरोध ने सिस्टम को तो प्रभावित किया ही, विकास की रफ्तार भी धीमी कर दी।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से दैनिक जागरण की विशेष बातचीत
वित्त विभाग मुख्यमंत्री के ही पास है। ऐसे में इन तमाम चुनौतियों के बीच प्रदेश को जन कल्याणकारी तथा विकासशील बजट देना उनके पहले एजेंडे में शामिल है। इसके लिए अलग-अलग वर्ग और अफसरों के साथ बैठकों का दौर जारी है। प्रदेश के मौजूदा राजनीतिक, प्रशासनिक और सामाजिक मुद्दों पर दैनिक जागरण के स्टेट ब्यूरो प्रमुख अनुराग अग्रवाल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से विशेष बातचीत की। पेश हैं इसके प्रमुख अंश-
- कोरोना काल में प्रदेश के विकास की गति प्रभावित हुई। राजस्व पर भी इसका असर पड़ा। अब बजट आने वाला है। लोग किस तरह की उम्मीद कर सकते हैं?
- यह सही है कि कोरोना काल में विकास की रफ्तार कुछ धीमी पड़ी, लेकिन हमारी सरकार ने बड़े ही अच्छे तरीके से सारी व्यवस्थाओं का संचालन किया। कोरोना काल में 12 हजार करोड़ रुपये का कम राजस्व आया। फिर भी हमने जन कल्याण के किसी काम पर कम बजट का असर नहीं पडऩे दिया। मार्च माह में आने वाला प्रदेश का बजट लोकहित में होगा। इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है। कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बजट राशि बढ़ाने की योजना है।
साक्षात्कार के दौरान अपनी बात रखते हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल। (जागरण)
- तीन कृषि कानूनों के विरोध में लंबे समय से आंदोलन चल रहा है। केंद्र सरकार के साथ वार्ताओं के कई दौर हो चुके, मगर अभी तक ठोस नतीजे नहीं निकल पाए?
- कृषि के क्षेत्र में सुधारों का सिलसिला बहुत ही आवश्यक और महत्वपूर्ण है। हमारा कृषि क्षेत्र बरसों से तमाम चुनौतियां महसूस कर रहा था। किसानों को उन चुनौतियों से बाहर लाने के लिए कृषि सुधार किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों की चिंता है। कांग्रेस के लोग आंदोलनकारियों को उकसाने का काम कर रहे हैं। उनके नेता और नेत्रियां शराब, घी और अनाज बांटने की बात करते हैं। इससे साफ है कि आंदोलन किनके हाथों में है। कांग्रेस ने हमेशा अपने स्वार्थ के लिए किसान भाइयों को बहकाने की राजनीति की। कानून आने के बाद देश में न एमएसपी कम हुआ और न ही कोई मंडी बंद हुई। ऐसा आगे भी नहीं होगा।
- विपक्ष कभी शराब घोटाला तो कभी रजिस्ट्री घोटाले की बात उठाकर भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार को घेरने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने देता?
- घोटाले तो कांग्रेस की सरकार में होते थे। किसानों की जमीन छीनना, उसे सस्ते दामों पर बिल्डरों को बेच देना और बिजली-पानी, खाद की दिक्कतें पैदा करना, यह कांग्रेस की देन है और किसी से छिपी नहीं है। हमने तो इन घोटालों पर अंकुश लगाकर दशकों पुराने सिस्टम की अव्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की पहल की है। जिसे आप रजिस्ट्री घोटाला या शराब घोटाला बता रहे हैं, दरअसल वह घोटाले नहीं, बल्कि जांच के आधार पर पुराने खराब सिस्टम को ठीक करने की दिशा में सरकार के प्रभावशाली तथा मजबूत कदम हैं। हम कम से कम यह पहल तो कर रहे हैं। सरकार भ्रष्टाचार कम करते हुए पारदर्शी सिस्टम देने में काफी हद तक कामयाब हो रही है।
साक्षात्कार के दौरान हरियाणा के सीएम मनोहरलाल।
- आपकी हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई है। क्या इसे संभावित मंत्रिमंडल के विस्तार या फेरबदल से जोड़कर देखा जा सकता है?
- हमारी पार्टी में लोकतंत्र है। हमारे यहां पिता-पुत्र या मां-बेटे फैसला नहीं लेते। प्रदेश हित के फैसलों और योजनाओं तथा परियोजनाओं के लिए हमारी केंद्रीय नेताओं से मुलाकात और चर्चा होती रहती है। यह नियमित प्रक्रिया है। मैं पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिला। अन्य मंत्रियों से भी मुलाकात हुई। उनके साथ संगठनात्मक विषयों और किसान आंदोलन समेत कई विषयों पर बातचीत हुई। मंत्रिमंडल में फेरबदल या विस्तार अभी कोई विषय नहीं है। जब होगा तो आपको बता दिया जाएगा। फिलहाल फेरबदल या विस्तार की बातें हवा-हवाई हैं।
- हरियाणा में भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार मजबूत होने का दावा आप भी करते हैं और दुष्यंत चौटाला भी, लेकिन अनिल विज और दुष्यंत में तनातनी को कैसे देखते हैं?
- हमारा गठबंधन विश्वास और भरोसे का गठबंधन है, जो पूरे समय तक चलेगा। इस मजबूत गठबंधन की वजह से ही कांग्रेस के पेट में दर्द होता है। गठबंधन की सरकार जन कल्याण का जो लक्ष्य लेकर बनी थी, उसे पूरा किया जा रहा है। रही विज और दुष्यंत के बीच कथित तनातनी की बात, वह विपक्ष और मीडिया के दिमाग की उपज है। विज और दुष्यंत दोनों सरकार का हिस्सा हैं और दोनों ही अपनी-अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हुए सरकार की मजबूती तथा जनता के हितों की पैरवी के लिए काम कर रहे हैं। सरकार का अंग होने के नाते दोनों चाहते हैं कि सिस्टम में यदि कहीं कोई खामी है तो वह दूर होनी चाहिए। यह तो अच्छी बात है। इसमें बुराई क्या है। विपक्ष और मीडिया इसे तनातनी का नाम दे देता है, हम इसे सुधारवादी संयुक्त प्रयासों की नजर से देखते हैं।
- ऐसी बात भी सामने आ रही कि हरियाणा की गठबंधन सरकार मासिक पेंशन में आठ सौ से नौ सौ रुपये मासिक तक बढ़ोतरी करने जा रही है?
- यह सब भी मीडिया के दिमाग की उपज है। मुझे तो ऐसा याद नहीं आता कि मैंने या मेरी सरकार के किसी मंत्री अथवा प्रशासनिक अधिकारी ने ऐसा कोई बयान दिया कि हम पेंशन में आठ सौ से नौ सौ रुपये मासिक की बढ़ोतरी करने जा रहे। पेंशन बढ़ोतरी एक सतत प्रक्रिया है, जो अपने निश्चित समय के हिसाब से निश्चित अनुपात में बढ़ती है। हमने पहले भी पेंशन बढ़ाई है। आगे भी बढ़ाएंगे। बढ़ते महंगाई सूचकांक को हम आधार बनाते हैं।
- विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने जा रहा है। कांग्रेस तीन कृषि कानूनों के मुद्दे पर सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कह रही है?
- जनता बजट सत्र का पूरी संजीदगी के साथ इंतजार कर रही है, ताकि उनके हलकों के जनप्रतिनिधि विधानसभा में पहुंचकर उनकी बात रख सकें। अपने-अपने हलकों के विकास के लिए बजट का प्रविधान करा सकें। कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव को जनता पहले ही गिरा चुकी है। हमें जनता का विश्वास हासिल है। हम विश्वास मत लाएंगे। कांग्रेस को ओछी राजनीति से दूर हटकर प्रदेश के कल्याण की दिशा में विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करनी चाहिए।
- ऐलनाबाद और कालका विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव प्रस्तावित हैं। बजट सत्र के बाद पंचायत चुनाव भी होने हैं। इन चुनावों के लिए भाजपा की क्या तैयारी है?
- भाजपा व जजपा गठबंधन मिलकर प्रदेश के कल्याण की दिशा में अहम फैसले ले रहा है। जनता इस बात को अच्छी तरह से जान रही है। साथ ही उन्हें ऐसे नेताओं और दलों के बारे में भी आभास हो चुका, जो सिर्फ अवसर की राजनीति करते हैं। हम उपचुनाव और पंचायत चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। शहरी निकाय चुनाव में भी भाजपा के प्रति लोगों ने अपना पूरा विश्वास जताया था।
- आप राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विचारधारा के व्यक्ति हैं। दूसरी बार भाजपा सरकार के मुखिया के रूप में कार्य कर रहे। सरकार के फैसलों पर कांग्रेस और इनेलो सवाल खड़े कर रहे?- जो पार्टी के मूल सिद्धांत होते हैं, उन्हें हम नफा या नुकसान के तराजू में नहीं तोलते। यही बात पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कही है। हमारे लिए राष्ट्रहित और प्रदेश हित के सिद्धांत सर्वोपरि हैं। हमारी सरकार सबका साथ-सबका विकास में यकीन रखती है। चाहे फायदा हो या नुकसान, जो मूल सिद्धांत हैं, भाजपा उनमें अडिग रहती है। कोरोना काल में हर जरूरतमंद व्यक्ति की मदद और ओलंपिक खेलों में जरूरतमंद खिलाडिय़ों को पांच लाख रुपये की एडवांस आर्थिक मदद अंत्योदय की भावना पर आधारित फैसले हैं।
खास बातें जो सीएम ने कही-
- अनिल विज और दुष्यंत दोनों सरकार का हिस्सा, दोनों चाहते हैं खराब सिस्टम में सुधार हो।
- देश में न एमएसपी कम हुआ और न ही कोई मंडी बंद हुई, ऐसा आगे भी नहीं होगा।
- हमने कभी नहीं कहा आठ सौ रुपये बढ़ाएंगे पेंशन, यह बढ़ोतरी नियमित प्रक्रिया।
- मंत्रिमंडल में फेरबदल या विस्तार अभी कोई विषय नहीं, जब होगा तो बता देंगे।
यह भी बोले मनोहरलाल-
- जजपा के साथ भाजपा का गठबंधन विश्वास और भरोसे का गठबंधन, जो पूरे समय चलेगा।
- कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बजट की राशि बढ़ाने की योजना।
- कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव को जनता पहले ही गिरा चुकी, हमें जनता का विश्वास मत हासिल।
- भाजपा के मूल सिद्धांत होते हैं, उन्हें हम नफा या नुकसान की तराजू में नहीं तोलते।