Dhanteras Shopping News: सस्ते हुए सोने-चांदी ने बढ़ाई धनतेरस पर सर्राफा बाजार की रौनक
Dhanteras Shopping News लाकडाउन के दौरान सोना 57 हजार प्रति दस ग्राम और चांदी के भाव 68 हजार रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए थे मगर अब सोना के भाव 52 हजार रुपये प्रति दस ग्राम तथा चांदी के भाव 62 हजार रुपये प्रतिकिलोग्राम हैं।
जेएनएन, नई दिल्ली। Dhanteras Shopping News: सोना और चांदी सस्ते होते ही सर्राफा बाजार की रौनक फिर से लौट आई। धनतेरस के त्योहार पर इस बार सर्राफा बाजार में सोने-चांदी के भाव ज्यादा होने और कोरोना संक्रमण के भय के कारण ज्यादा तैयारियां नहीं थी। बावजूद इसके हरियाणा के बड़े शहरों फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल, भिवानी, हांसी, अंबाला, पानीपत के सर्राफा बाजार पूरी तरह गुलजार हैं। कोरोना संक्रमण काल में लाकडाउन के दौरान सोना 57 हजार प्रति दस ग्राम और चांदी के भाव 68 हजार रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए थे मगर अब सोना के भाव 52 हजार रुपये प्रति दस ग्राम तथा चांदी के भाव 62 हजार रुपये प्रतिकिलोग्राम हैं।
इस बार धनतेरस से पहले सोना व चांदी की खरीदारी केवल विवाह-शादियों के लिए हुई तो सर्राफा बाजार में काफी निराशा थी, क्योंकि तब खरीदारी नाममात्र की ही थी। असल में लोग सोना व चांदी सस्ता होने की उम्मीद लगाए बैठे थे। देवोत्थानी एकादशी (देवउठानी एकादशी) यानी 25 नवंबर से विवाहोत्सव शुरू होने हैं, इसलिए सोना व चांदी सस्ता होते ही लोग एकाएक अपनी जरूरत की बकाया खरीदारी करने बाजार में आ गए।
आभूषण विक्रेता श्याम सुंदर गोयल बताते हैं कि धनतेरस पर हर साल ज्वेलरी से ज्यादा चांदी से निर्मित उपहार में देने योग्य वस्तुओं की बिक्री ज्यादा होती थी मगर पिछले दो दिन में ज्वेलरी भी खूब बिकी है। इसका कारण है कि सोना पिछले दो माह में 5 हजार रुपये प्रति दस ग्राम सस्ता हुआ है। चांदी भी पांच हजार रुपये से छह हजार रुपये किलोग्राम सस्ती हुई है।
बाजार ज्यादा खरीदारों के लिए नहीं था तैयार
सोने-चांदी की ज्वेलरी के थोक कारोबार से जुड़े एस रहमान का कहना है कि सर्राफा बाजार इस बार धनतेरस पर ज्यादा खरीदारों के लिए तैयार नहीं था। मगर धनतेरस से एक दिन पहले से ही जिस तरह बाजार में ज्वेलरी की मांग बढ़ी उससे बाजार भी हैरान है। फिलहाल सर्राफा बाजार के लिए सामान की पूर्ति दिल्ली और मथुरा से ही कराई जा रही है। जबकि इस दौरान हवाई यात्रा सामान्य होती तो कोलकाता और सूरत से भी सामान की पूूूूूूर्ति कराई जा सकती थी।