पशुपालकों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड बना वरदान
भूमिहीन किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड एक वरदान साबित हो रहा है।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : भूमिहीन किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड एक वरदान साबित हो रहा है। किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसानों को सस्ती दरों पर कृषि के लिए ऋण उपलब्ध कराया जाता है। जिन किसानों के पास किसान क्रेडिट कार्ड लिमिट नहीं हैं, वे नई किसान क्रेडिट कार्ड लिमिट के लिए भी जमाबंदी रिपोर्ट व फसल ब्योरे के साथ अपने क्षेत्र की बैंक शाखा से संपर्क करें। भारत सरकार द्वारा राज्य सरकारों के सहयोग से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के सभी लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए आठ फरवरी से विशेष अभियान शुरू किया है। उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कहा कि इस अभियान के तहत आगामी 15 दिनों में अधिक से अधिक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। इस अभियान में विशेष तौर पर एक ओर महत्वपूर्ण बिंदू शामिल किया गया है, जिसके तहत डेयरी फार्मर, मत्सय पालक एंव पीगरी फार्मर व भेड़-बकरी पालक सहित अन्य पशुपालक किसान चाहे वे भूमिहीन हों अथवा भूमिधारक हो पशु किसान क्रेडिट बनवा सकते हैं। इसके लिए उन्हें गारंटी में कोई सिक्योरिटी रखने की जरूरत नहीं है। इसमें क्रेडिट की लिमिट एक लाख 60 हजार रुपये रखी गई है। इस अभियान के तहत जो भी किसान इस पशु किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा का लाभ उठाना चाहते हैं। वे इस योजना से अवश्य जुड़ें।
उन्होंने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड के आवेदन के लिए एक सरल फार्म भी जारी किया गया है, जोकि सभी कमर्शियल बैंकों की वेबसाइट पीएम किसान डॉट जीओवी डॉट इन व एग्रीकूप डॉट जीओवी डॉट इन पर उपलब्ध है। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त मनिता मलिक, पंचकूला के एसडीएम धीरज चहल, कालका के एसडीएम राकेश संधू, सीटीएम सुशील कुमार, डीडीएम नाबार्ड दीपक जाखड़ व पीएनबी लीड बैंक से वरिष्ठ प्रबंधक ब्रजेश कुमार सिंह, डीआरओ रामफल कटारिया, डीडीपो दमन सिंह, पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. सुखदेव राठी भी मौजूद थे।