हरियाणा में पढ़ाई करने वाले डॉक्टरों को दो साल देनी होगी सेवा : अनिल विज
जागरण संवाददाता पंचकूला हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि हरियाणा के में डॉक्टरों को दो साल सेवा देनी होगी।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि हरियाणा के मेडिकल कॉलेजों से पढ़ाई करने वाले डॉक्टरों के लिए हरियाणा में दो साल सेवाएं देना अनिवार्य होगा। साथ ही वह सरकारी अस्पतालों में सेवाएं दें, इसलिए कुछ आकर्षक सुविधाएं भी देने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए एडहॉक आधार पर डॉक्टर रखे जाएंगे। इसके तहत एमबीबीएस को एक लाख और स्पेशलिस्ट को सवा लाख रुपये का वेतन दिया जाएगा। विज ने डॉक्टरों की ऑनलाइन ट्रांसफर प्रक्रिया लागू करने से साफ इनकार कर दिया है और कहा है कि डॉक्टरों की कमी रहती है, इसलिए डॉक्टरों को कहीं पर भी भेजना पड़ता है। अनिल विज बुधवार को मंडल पदाधिकारियों की बैठक से पहले सेक्टर-2 स्थित भाजपा कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। विज ने बताया कि प्रदेश में चार नए अस्पतालों के निर्माण के लिए टेंडर जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने जींद, भिवानी, नारनौल और गुड़गांव में नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए टेंडर जारी किए जा चुके हैं। मेडिकल कॉलेजों में सीटें भी बढ़ाई गई हैं। एक प्रश्न पर कहा कि अस्पतालों में होम गार्ड जवानों को सुरक्षा गार्ड के रूप में रखने की योजना है। बताया कि अस्पतालों में 780 किस्म की दवाएं मुफ्त दी जा रही हैं। एनएचएम में भर्ती के लिए डीसी की रहनुमाई में कमेटी का गठन किया गया है। राज्य सरकार ने कराया समान विकास कार्य
विज ने कहा कि पार्टी का इस समय संगठन को मजबूत बनाने पर जोर है। उसी के तहत उन्हें पंचकूला, पानीपत और जगाधरी हलके की मंडल बैठकों को आयोजित करने की जिम्मेदारी दी गई है। भाजपा की फौज कभी बैरकों में नहीं जाती। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने हरियाणा में इस बार 75 सीटों का लक्ष्य दिया है। शाह ने आज तक जो कहा वह पूरा हुआ है। लोकसभा चुनाव में 300 से अधिक सीटें मिलीं। विज ने कहा कि विधानसभा चुनाव में विकास मुख्य मुद्दा रहेगा। विकास भाजपा का पर्यायवाची बन गया है। राज्य सरकार ने सभी हलकों में समान विकास कार्य कराए हैं। सभी मेडिकल कॉलेज को रोका गया
पिछली सरकारों के समय चुनिदा व चहेतो क्षेत्रों में ही काम होता था। पंचकूला में मेडिकल कॉलेज की स्थापना न होने पर विज ने कहा कि पंचकूला आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय एम्स की तर्ज पर बनाया जा रहा है, इसलिए अभी मेडिकल कॉलेज को रोका गया है। इस मौके पर विधायक एवं मुख्य सचेतक ज्ञान चंद गुप्ता, जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा, महामंत्री हरेंद्र मलिक भी मौजूद थे।