वादा कर मैंगो मेले में नहीं आए पर्यटन मंत्री
ऐतिहासिक यादविद्रा गार्डन में आयोजित मैंगो मेले में एक बार फिर वादा कर हरियाणा के पर्यटन मंत्री रामबिलास शर्मा नहीं आए।
जासं, पंचकूला : ऐतिहासिक यादविद्रा गार्डन में आयोजित मैंगो मेले में एक बार फिर वादा कर हरियाणा के पर्यटन मंत्री रामबिलास शर्मा नहीं आए। निमंत्रण पत्र एवं पिछले कई दिनों से यही प्रचार किया गया था कि राम बिलास शर्मा मैंगो मेले का शुभारंभ करेंगे। मंत्री के आने के चलते सभी तैयारियां की गई थी। देश के विभिन्न कोनों से आये किसान भी मंत्री जी को अपने आमों की किस्म दिखाना चाहते थे, लेकिन उनके न आने के चलते किसानों को निराशा हुई। इससे पूर्व भी एक बार पर्यटन मंत्री शुभारंभ करने नहीं पहुंचे थे। पर्यटन मंत्री का कार्यक्रम रद होने के चलते पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजयवर्धन ने मेले का शुभारंभ किया। कहा कि विभाग की ओर से प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा देने के विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने इस मेले में देश के विभिन्न राज्यों से रखी गई आम की विभिन्न किस्मों का अवलोकन किया। उन्होंने क्राफ्ट मेले और फूड कोर्ट का भी अवलोकन किया। हरियाणा पर्यटन कार्पोरेशन के चेयरमैन जगदीश चोपड़ा, पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजय वर्धन, निदेशक विकास यादव ने दीप शिखा प्रज्जवलित करके सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ किया।
मराठा फोर्ट की तर्ज पर विकसित होगा पिजौर गार्डन
पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजयवर्धन ने बताया कि विभाग यादविन्द्रा गार्डन पिजौर के आर्कषण को और अधिक बढ़ाने के साथ-साथ महेंद्रगढ़ के मराठा फोर्ट और माधोगढ़ के प्राचीन किले जैसी प्राचीन धरोहरों को विकसित करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
सूफी संगीत से सजा मैंगो मेला
सांस्कृतिक मंच पर दिल्ली से विशेष रूप से आमंत्रित कव्वाल चांद निजामी ने अपनी कव्वाली और सूफी संगीत से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत अल्लाह हू, अल्लाह हू की धार्मिक प्रस्तुति की। इसके बाद उन्होंने धार्मिक एकता के संदेश पर आधारित-कोई तुझे अल्लाह पुकारे कोई कहे भगवान, जिसके मन को जैसा भावे तैसो तेरा नाम प्रस्तुत किया। इसके इलावा उन्होंने अमीर खुसरो की मशहूर कव्वाली छाप तिलक सब छीनी से माहौल को जोशीला और आनंदित बना दिया। कार्यक्रम को सूफियाना बुलंदियों पर ले जाते हुए उन्होंने मन लागो यार फकीरी में.. प्रस्तुत किया। उन्होंने बुल्ले शाह व अन्य सूफी हस्तियों पर आधारित सूफियाना कव्वालियां भी प्रस्तुत की। राजस्थानी रंग भी दिखे
मंच पर उत्तरी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा आमंत्रित पंजाब से आए लोक कलाकारों ने बाजीगर, जिदुआ व नचार पार्टी जैसी लोक कलाओं से दर्शकों को आनंदित किया। इसी प्रकार हरियाणा के लोक कलाकारों ने घूमर नृत्य और फाग नृत्य के माध्यम से हरियाणा की संस्कृति की झलक प्रस्तुत की। राजस्थान के कलाकारों ने कालबेलिया नृत्य से जहां अपने प्रदेश की संस्कृति का प्रदर्शन किया वहीं नृत्य के दौरान आंखों की पलकों से तेज धार सामान उठाने जैसे हैरतअंगेज प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। हिमाचल प्रदेश से आए कलाकारों ने सिरमोर नाटी नृत्य प्रस्तुत किया और लोक कलाकारों के इस कार्यक्रम का मंच संचालन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के विख्यात एंकर चन्नी शर्मा ने बहुत ही आकर्षक अंदाज में और गुदगुदाने वाले चुटकुलों के साथ किया।