किसानों को दिखाया पराली जमीन में मिलाने वाली मशीन का प्रदर्शन
जासं, ब¨ठडा। किसानों को धान की पराली खेत में ही जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों से अवगत करवाने के
जासं, ब¨ठडा।
किसानों को धान की पराली खेत में ही जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों से अवगत करवाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र ने पराली जमीन में मिलाने वाली मशीन का प्रदर्शन गांव बंगी निहाल¨सहवाला में किसानों को दिखाया। किसानों को धान की पराली जमीन में मिलाने वाली मशीन चोपर कम सरेडर खेत में चलाकर दिखाया गया। ये मशीन धान पराली को खेत में दो से तीन इंच तक काट देती है। इससे हैप्पी सीडर से धान के खेत में गेहूं की बिजाई आसानी से की जा सकती है। मशीन धान की पराली की गांठें भी बांध देती है। केवीके के प्रभारी निदेशक डॉ. जितेंद्र ¨सह बराड़ ने बताया कि पराली को खेत में जलाने से आवश्यक उपयोगी तत्व खत्म हो जाते हैं। इससे जमीन का उपजाउपन कम होता है। पराली को मशीन से जमीन में ही मिलाने से उपजाउपन बढ़ता है। डॉ. बराड़ ने बताया कि हैप्पी सीडर से बिजाई धान की कर्टाई के तुरंत बाद करनी चाहिए।