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पिता देवीलाल की तरह विपक्षी एकता में भूमिका निभाने में जुटे ओपी चौटाला, एक मंच पर लाएंगे दिग्‍गजों को

Om Prakash Chautala इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान व हरियाणा के पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला अपने पिता की तरह भूमिका निभाना चाहते हैं। इसके लिए वह देशभर के विपक्ष के दिग्‍गज नेताओं को एक मंच पर लाएंगे। ये नेता 25 सितंबर को इनेलो की सम्‍मान रैली में आएंगे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 22 Sep 2022 02:30 PM (IST)Updated: Thu, 22 Sep 2022 02:30 PM (IST)
हरियाणा के पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला और पूर्व उपप्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़ , [अनुराग अग्रवाल]। Opposition Unity: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला अपने पिता देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की राह पर हैं। वह देश में विपक्ष की एकता के लिए पिता चौधरी देवीलाल की तरह भूमिका निभाने के प्रयास में हैं। इसके लिए वह 25 सितंबर को बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार सहित देशभर के विपक्षी नेताओं को एक मंच पर जाएंगे।   

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लंबे समय से विपक्ष की एकता का प्रयास कर रहे हैं ओमप्रकाश चौटाला  

चौधरी देवीलाल ने 1977 और 1989 में जिस तरह सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के खिलाफ पूरे विपक्ष को एकजुट किया था, उसी तरह की कोशिश ओमप्रकाश चौटाला कर रहे हैं। विपक्षी एकता के यह प्रयास चौटाला हालांकि लंबे समय से करते चले आ रहे हैं, लेकिन इसमें उन्हें अभी तक सफलता नहीं मिल पाई थी।

बिहार में महागठबंधन से उत्साहित चौटाला को हरियाणा में राजनीतिक चमत्कार की आस

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बनाए गए महागठबंधन के बाद चौटाला को इस बार विपक्षी एकजुटता की उम्मीद जगी है। इसके लिए चौटाला ने प्रमुख विपक्षी नेताओं को अपने पिता देवीलाल की 109वीं जन्मतिथि पर फतेहाबाद में होने वाली सम्मान दिवस रैली में बुलाया है।

इनेलो ने करीब 18 साल बाद रैली के लिए अपने राजनीतिक क्षेत्र फतेहाबाद को चुना

इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला स्व. देवीलाल की जन्मतिथि पर हर साल सम्मान दिवस रैली करते हैं। इनेलो 18 साल बाद फिर से फतेहाबाद की धऱती पर रैली करने जा रहा है। पिछली बार 2004 में इनेलो की सबसे बड़ी रैली यहीं हुई थी। उस समय ओमप्रकाश चौटाला सत्ता में थे। 2004 की उस रैली में तब नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू आए थे।

इस बार इनेलो की सम्‍मान रैली में बिहार के सीएम नीतीश कुमार व उपमुख्‍यमंत्री तेजस्‍वी यादव और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के आने की भी उम्‍मीद है। (फाइल फोटो)

जेबीटी भर्ती मामले में चौटाला को जब जेल जाना पड़ा, तब उनके बेटे इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने सम्मान दिवस रैली करने की जिम्मेदारी को निभाया। राजनीतिक रूप से चौटाला का परिवार जब एकजुट था, तब अजय चौटाला और अभय चौटाला मिलकर स्व. देवीलाल का जयंती समारोह मनाते थे, लेकिन अब अजय चौटाला और अभय चौटाला की राजनीतिक राहें अलग-अलग हो चुकी हैं।

अजय और अभय चौटाला दोनों भाई करते हैं दादा देवीलाल की सियासी विरासत पर दावा 

दोनों भाई अजय और अभय अपने दादा स्व. देवीलाल की राजनीतिक विरासत पर अपनी-अपनी दावेदारी रखते हैं। दादा ओमप्रकाश चौटाला के समानांतर कोई बड़ी रैली न करने का ऐलान कर चुके उनके पोते दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला ने इस बार दादरी व कैथल में ताऊ देवीलाल की बड़ी प्रतिमाएं लगाने तथा पूरे प्रदेश में 108 आधुनिक पुस्तकालय खोलने का ऐलान किया है।

अजय , दुष्‍यंत व दिग्विजय चौटाला नौ दिसंबर को करेंगे रैली

अजय , दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला अपनी पार्टी जजपा के स्थापना दिवस पर नौ दिसंबर को रैली करेंगे। इसका स्थान तय होना अभी बाकी है, लेकिन जजपा की रैली से पहले इनेलो की सम्मान दिवस रैली पर सभी दलों की निगाह टिकी हुई है। चौटाला की रैली में जिस तरह से विपक्षी दलों के नेता शामिल होने आ रहे हैं, उससे इनेलो को हलके में आकने वाले दलों व नेताओं को अपनी रणनीति बदलने पर मजबूर होना पड़ सकता है।

चौधरी देवीलाल की जन्मतिथि पर रैलियों का यह सिलसिला स्वयं देवीलाल ने करीब 33 साल पहले 1989 में नई दिल्ली के बोट क्लब से शुरू किया था। उस वक्त चौधरी देवीलाल हरियाणा के मुख्यमंत्री थे और देश में विपक्ष की धुरी बन चुके थे। उन्होंने अपनी राजनीतिक सूझबूझ और ताकत से विपक्षी नेताओं को एकजुट करने का काम किया था।

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इस बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ओमप्रकाश चौटाला विपक्षी एकजुटता की धुरी बनने के लिए प्रयासरत हैं। पिछले पांच-छह सालों की तरह इस बार भी सम्मान दिवस रैली में तीसरे मोर्चे के गठन के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि मोर्चे के इन संभावित नेताओं में अक्सर नेतृत्व का संकट रहता है, जिस पर सहमति बनाने के प्रयास भी हो रहे हैं।

सम्मान दिवस रैली में इन नेताओं की भागीदारी की उम्मीद

इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला के अनुसार फतेहाबाद रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पंजाब के पूर्व सीएम एवं शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल, पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, जेडीयू के महासचिव डा. केसी त्यागी, महाराष्ट्र के बड़े आरजेडी नेता शरद पवार, तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव के भाग लेने की उम्‍मीद है। 

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उन्‍होंने बताया कि उत्‍तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुक अब्दुल्ला, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के प्रतिनिधि तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी व सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, राजस्थान के सांसद हनुमान बैनीवाल और मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के पहुंचने की उम्मीद की जा रही है। इन सभी को निमंत्रण मिल चुका है और ज्यादातर नेताओं ने रैली में भाग लेने की हामी भरी है।


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