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हो जाएं सावधान: 10 दिन की छुट्टी पर जाएंगे किसान, शहरों में नहीं रखेंगे कदम

किसान 10 दिनों की छुट्टी पर जाने की तैयारी में ह‍ैं। इस दौरान वे शहरों में कदम नहीं रखेंगे आैर दूध व सब्जियां लेकर नहीं जाएंगे। इससे शहरों के लोगों को भारी परेशान हो सकती है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 19 Apr 2018 08:19 PM (IST)Updated: Sat, 21 Apr 2018 08:50 PM (IST)
हो जाएं सावधान: 10 दिन की छुट्टी पर जाएंगे किसान, शहरों में नहीं रखेंगे कदम
हो जाएं सावधान: 10 दिन की छुट्टी पर जाएंगे किसान, शहरों में नहीं रखेंगे कदम

जेएनएन, चंडीगढ़। य‍दि आप शहर में रहते हैं तो हो सावधान हाे जाएं। हरियाणा में किसान 10 दिनों के लिए छुट्टी पर जाने वाले हैं और शहरों में कदम नहीं रखेंगे। कर्ज माफी, फसलों के पूरे दाम और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू कराने के लिए किसानों ने इस बार यह नया फंडा अपनाया है। 1 से 10 जून तक गांवों से न कोई किसान शहर जाएगा और न फल-सब्जियों, दूध और अनाज की सप्लाई होगी। यानी किसान पूरी तरह छुट्टी पर रहेंगे।

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1 से 10 जून तक ग्राम बंद, नहीं होगी फल-सब्जियों, दूध और अनाज की सप्लाई

राष्ट्रीय किसान महासंघ के आह्वान पर 90 किसान संगठनों ने ग्राम बंद का एलान किया है। इससे एक बार फिर किसान आंदोलन भड़कने के आसार बन गए हैं। साथ ही शहरों में जरूरी खाद्य पदार्थों की किल्लत होने का खतरा मंडराने लगा है। बंद के दौरान 6 जून को पिछले साल मध्य प्रदेश के मंदसौर में मारे गए छह किसानों की आत्मिक शांति के लिए हवन और श्रद्धांजलि सभाएं की जाएंगी। इसके बाद 10 जून को भारत बंद होगा।

कर्ज माफी, फसलों के पूरे दाम और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू कराने के लिए किसानों का फंडा

राष्ट्रीय किसान महासंघ की कोर कमेटी के सदस्य और भारतीय किसान यूनियन के प्रधान गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि घोषणाओं और योजनाओं के नाम पर किसानों के साथ छलावा किया जा रहा है। आज भी कर्ज तले दबा किसान आत्महत्या कर रहा है, लेकिन सरकारें उसकी सुध लेने को तैयार नहीं। वर्ष 2013 से 2016 तक देश के 22 पूंजीपतियों का 17.15 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया, लेकिन किसानों पर करीब 12.60 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ नहीं किया जा रहा।

सक्रिय हुए हरियाणा के किसान संगठन

ग्राम बंद को लेकर राष्ट्रीय किसान महासंघ के बैनर तले हरियाणा के पांच किसान संगठन सक्रिय हो गए हैं। भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी), किसान संघर्ष समिति, राष्ट्रीय किसान संगठन, भाकियू (आर्य) और भाकियू (अ) ने किसानों को मुहिम से जोडऩे के लिए सोशल मीडिया पर अभियान छेड़ दिया है। 6 जून को किसान संगठनों के प्रतिनिधि मंदसौर जाएंगे और वहां पुलिस फायङ्क्षरग में मारे गए किसानों को शहीद का दर्जा देते हुए उन्हें श्रद्धांजलि देंगे।

आमजन से भी मांगा समर्थन

राष्ट्रीय किसान महासंघ की कोर कमेटी ने ग्राम बंद में आमजन से भी समर्थन मांगा है। राष्ट्रीय स्तर पर गठित सात सदस्यीय कमेटी में शामिल गुरनाम सिंह चढ़ूनी, संतबीर, हरपाल सिंह, राजकुमार गुप्ता, अक्षय कुमार और शिवकुमार शर्मा ने आह्वान किया कि सभी लोग अपने काम-धंधे बंद कर किसानों को अपना समर्थन दें। आमजन को मुहिम से जोडऩे के लिए महासंघ के पदाधिकारी जल्द ही जनसंपर्क अभियान छेड़ेंगे।


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