सलमान के कबूलनामे के बाद मस्जिद फिर सुर्खियों में
एनआइए द्वारा टेरर फं¨डग के आरोप में पकड़े गए मोहम्मद सलमान से पूछताछ में हवाले के जरिए आई राशि के कबूलनामे के बाद उटावड़ की निर्माणाधीन मस्जिद फिर सुर्खियों में आ गई है। हालांकि लोग अभी भी इस बात पर विश्वास नहीं कर रहे हैं कि मोहम्मद सलमान ऐसी घटनाओं में शामिल हो सकता है। सोमवार को उटावड की निर्माणाधीन मस्जिद पर मीडिया में आई खबरों के बाद गहमागमी रही। मस्जिद की देखरेख में लगे लोग कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थे।
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- हवाला के जरिये मस्जिद निर्माण में पैसे आने का है आरोप
संवाद सहयोगी, पलवल : एनआइए द्वारा टेरर फं¨डग के आरोप में पकड़े गए मोहम्मद सलमान से पूछताछ में हवाला के जरिए आई राशि के कबूलनामे के बाद उटावड़ की निर्माणाधीन मस्जिद फिर सुर्खियों में आ गई है। हालांकि लोग अभी भी इस बात पर विश्वास नहीं कर रहे हैं कि मो. सलमान ऐसी घटनाओं में शामिल हो सकता है। सोमवार को उटावड़ की निर्माणाधीन मस्जिद पर मीडिया में आई खबरों के बाद गहमागमी रही। मस्जिद की देखरेख में लगे लोग कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थे।
बता दें कि मोहम्मद सलमान को 26 सितंबर को उसके दो साथियों के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी की टीम ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था। आरोप है कि मोहम्मद सलमान ने दुबई में आंतकी हाफिज सईद के संगठन फलां-ए- इंसानियत के पदाधिकारी के माध्यम से हवाले के जरिये पैसे लिए थे। एनआइए की टीम ने मोहम्मद सलमान व उसके दो साथियों से एक करोड़ से ज्यादा की राशि बरामद की थी।
जांच एजेंसी के अधिकारी अशोक डागर की अगुवाई में टीम ने उटावड़ मस्जिद पर छापे की कार्रवाई करके कुछ दस्तावेज भी कब्जे में लिए थे। पता चला है कि मोहम्मद सलमान ने रिमांड के दौरान एनआइए टीम के समक्ष हवाला के जरिये आए पैसे से मस्जिद निर्माण की बात कबूल की है। लेकिन स्थानीय लोग अभी भी मोहम्मद सलमान द्वारा मस्जिद में हवाला के पैसे लगने की बात से इत्तेफाक नहीं रखते।
मस्जिद निर्माण में लगे राज मिस्त्री आस मोहम्मद कहते हैं कि यह मस्जिद 2010 से बन रही है। अगर इसमें आतंकी फंडिंग का पैसा होता तो यह कब की बन गई होती। मस्जिद में रुक-रुक कर काम चलता रहा है। गांव के सरपंच आस मोहम्मद, पूर्व सरपंच अख्तर तथा अन्य ग्रामीण भी विश्वास नहीं करते, लेकिन साथ ही यह भी कहते हैं कि क्योंकि मामले में देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी जांच कर रही है तो कुछ तो गड़बड़ मिली ही होगी। साथ ही उन्हें देश की न्याय व्यवस्था पर भी पूर्ण भरोसा है।