फौजी भाइयों की कलाई पर सजेंगी छात्राओं की राखियां
इस बार भी जिले की छात्राओं की बनाई राखियां सीमा पर देश की सुरक्षा में तैनात भाईयों की कलाईयों पर सजेंगी। इस बार राखी भेजने को लेकर छात्राओं में काफी उत्साह दिखाई दिया। ¨हदुस्तान स्काउट्स एवं गाइड्स की जिला इकाई द्वारा पिछले वर्ष यह शुभ कार्य शुरू किया गया था। पिछले वर्ष जहां 500 छात्राओं ने सैनिकों की राखियों के लिए आयोजित की गई प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था, वहीं इस बार करीब 1100 से अधिक छात्राओं ने इसमें हिस्सा लेकर अपने फौजी भाईयों के प्रति प्रेम को उजागर किया।
टॉप बॉक्स :
- सैनिकों को राखी भेजने में छात्राओं ने दिया उत्साह
- राखी बनाओ प्रतियोगिता में एसएनडी की टीम प्रथम
संवाद सहयोगी, पलवल: इस बार भी जिले की छात्राओं की बनाई राखियां सीमा पर देश की सुरक्षा में तैनात भाइयों की कलाइयों पर सजेंगी। इस बार राखी भेजने को लेकर छात्राओं में काफी उत्साह दिखाई दिया।
¨हदुस्तान स्काउट्स एवं गाइड्स की जिला इकाई द्वारा पिछले वर्ष यह शुभ कार्य शुरू किया गया था। पिछले वर्ष जहां 500 छात्राओं ने सैनिकों की राखियों के लिए आयोजित की गई प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था, वहीं इस बार करीब 1100 से अधिक छात्राओं ने इसमें हिस्सा लेकर अपने फौजी भाईयों के प्रति प्रेम को उजागर किया।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालय में आयोजित इस प्रतियोगिता में एसएनडी स्कूल की टीम प्रथम, सेंट जॉन स्कूल की टीम द्वितीय, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पलवल शहर की टीम तृतीय तथा डीएवी स्कूल की टीम ने चतुर्थ स्थान पर रही।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डॉ.कविता कंबोज, विशिष्ट अतिथि स्वदेशी जागरण मंच के प्रदेश संयोजक सतेंदर सौरोत, ¨हदुस्तान स्काउ¨टग के प्रदेश सचिव नवीन जय¨हद, इस्पात मंत्रालय भारत सरकार में सदस्य अजीत तेवतिया ने विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर डॉ.कविता कंबोज ने कहा कि देश की सीमाओं पर तैनात वीर जवानों की बदौलत हम सुरक्षित हैं और उनके ही कारण हम अपने त्योहारों को हर्षोल्लास से मना पाते हैं। हमें उन वीर जवानों की भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए। किसी भी जवान की कलाई रक्षाबंधन पर सूनी नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताओं से बच्चों में देशप्रेम की भावना जागृत होती है और जवानों का हौसला बढ़ता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ¨हदुस्तान स्काउ¨टग के जिलाध्यक्ष डॉ. कर्नल राजेंद्र रावत ने की तथा संयोजन सचिव रिशाल ¨सह रहे। मंच संचालन जिला अधिकारी सुशील तेवतिया ने किया। मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश शर्मा मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित थे। मुझे जब प्रतियोगिता के बारे में पता चला तो मैंने अपने सैनिक भाइयों के लिए राखी भिजवाने के लिए हिस्सा लिया। मुझे बहुत अच्छा लग रहा है।
- हेमलता संस्था का यह सराहनीय कदम है। हमें अपने सैनिक भाइयों के बारे में भी सोचना चाहिए। मुझे उन्हें राखी भेजकर काफी खुशी महसूस हो रही है।
- करिश्मा सैनिक भाइयों की बदौलत हम सुरक्षित हैं। मैंने अपने सैनिक भाइयों के लिए राखी भेजकर भगवान से प्रार्थना की है कि हमारे भाई सलामत रहें।
- वंशिका प्रतियोगिता में जीते या हारें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। बड़ी बात यह है कि हमें आज अपने सैनिक भाईयों के लिए राखी भिजवाने का मौका मिला है।
- नंदनी