झमाझम बारिश ने खोली प्रशासन के दावों की पोल
उपमंडल में सुबह करीब तीन बजे से शुरू हुई बारिश ने पूरे क्षेत्र को तर बतर कर दिया। बारिश के कारण देर रात से ही बिजली भी गुल रही। जो शुक्रवार दोपहर बाद ही सुचारू हो सकी। बारिश के चलते जगह-जगह जलभराव ने लोगों के लिए आफत खड़ी कर दी। सीवरेज व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई।
लीड के साथ--
- जगह-जगह जलभराव से लोग ही परेशान
- कई कॉलोनियों में घंटों तक गुल रही बिजली
संवाद सहयोगी, होडल: उपमंडल में सुबह करीब तीन बजे से शुरू हुई बारिश ने पूरे क्षेत्र को तर बतर कर दिया। बारिश के कारण देर रात से ही बिजली भी गुल रही, जो शुक्रवार दोपहर बाद ही सुचारू हो सकी। बारिश के चलते जगह-जगह जलभराव ने लोगों के लिए आफत खड़ी कर दी। सीवरेज व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई।
शहर के अलावा अधिकांश कालोनियों में बारिश का पानी भरा दिखाई दिया। सुबह से हो रही बारिश और रास्तों में पानी भरने के कारण कई विद्यालयों में छात्रों की संख्या भी कम रही और बाजारों में भी पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। शहर के रामलीला मैदान, राजीव गांधी चौक, नगर पालिका रोड, अग्रसैन चौक, खंड विकास कार्यालय, सब्जी मंडी, गोडोता चौक, नानक डेरी रोड, गढी चौक, पुन्हाना चौक के अलावा कई विद्यालयों के मैदान व विभिन्न बाजारों में बारिश का पानी भर गया। जो लोग पिछले कई दिनों से बारिश का इंतजार कर रहे थे, वह भी इंद्र देव से अब बस की प्रार्थना करते नजर आए।
मौसम विभाग की चेतावनी पर नहीं दिया ध्यान
मौसम विभाग द्वारा पिछले कई दिनों से लोगों को बारिश से सतर्क रहने का संदेश जारी किया जा रहा था, लेकिन नगर परिषद, जन स्वास्थ विभाग सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने जरा भी गंभीरता नहीं दिखाई, जिसका नतीजा यह रहा कि घंटों तक हुई झमाझम बरसात ने शहर को एक टापू में बदलकर रख दिया। शहर की कोई गली, मोहल्ला या कालोनी ऐसी नहीं रही, जहां जलभराव ना हुआ हो। लोगों ने जैसे-तैसे कर घरों में भरे पानी को तो निकाल दिया, लेकिन रास्तों में भरे पानी ने परेशानी पैदा कर दी, जिसके कारण बच्चे समय पर स्कूल पहुंच पाए। बॉक्स--
राहत बचाव केंद्र भी डूबा
मजेदार बात यह रही कि जिस कार्यालय में नगर परिषद द्वारा शिकायत के लिए राहत बचाव केंद्र बनाया गया है, वहीं कार्यालय का मैदान बारिश पानी से लबालब हुआ पड़ा था। अब पानी से परेशान लोग जाएं तो कहां जाएं? तेज हवा के साथ आई बारिश के कारण कई जगहों पर बिजली की केबल क्षतिग्रस्त हो गईं तो कई बिजली के ट्रांसफार्मरों के आसपास पानी भर गया, जिसके कारण कालोनियों में कई घंटों तक बिजली गुल रही।