अस्पताल में बनेगी आधुनिक सुविधाओं वाली ओटी
विशेष केंद्रीय सहायता भारत सरकार द्वारा स्वीकृत परियोजना के तहत बैतूल मुख्यालय पर ढाई करोड़ की लागत से माड्यूलर ऑपरेशन थियेटर बनाए जाने की प्रशसानिक स्वीकृति मिली है।
विनोद शर्मा, पलवल
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले के नागरिक अस्पताल के द्वितीय तल पर मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर का निर्माण कराया जा रहा है। जिसका 90 फीसद लगभग पूरा हो चुका है, शीघ्र ही इसकी शुरुआत कर दी जाएगी। आधुनिक सुविधाओं से युक्त मॉड्यूलर ओटी बनने से मरीजों को काफी राहत मिलेगी।
विभाग के मुताबिक मॉड्यूलर ओटी देश के चुनिदा महानगरों में ही मौजूद हैं। अधिकारियों की मानें तो फरीदाबाद के बीके अस्पताल में भी इसकी सुविधा नहीं है, जो कि अब पलवल में मिलने जा रही है। इसके बनने से नागरिक अस्पताल में बड़े ऑपरेशन हो सकेंगे, साथ ही मरीजों को संक्रमण का खतरा भी नहीं रहेगा। विभाग के मुताबिक फिलहाल प्रथम तल पर एक ओटी चल रही है, जिसमें सुविधाओं का अभाव होने से मेजर ऑपरेशन नहीं हो पाते। इसके अतिरिक्त द्वितीय तल दो मॉड्यूलर ओटी बनाई जा रही हैं, जो अगले दो माह में लोगों के लिए इसकी सुविधा शुरू कर दी जाएंगी।
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यह होंगी मॉड्यूलर ओटी की सुविधाएं :
मॉड्यूलर ओटी में अधिकांश सिस्टम इलेक्ट्रॉनिक होते हैं। मुख्यद्वार से लेकर अंदर तक संक्रमण का खतरा नहीं रहता। पंखे-कूलर की बजाय सेंट्रल एसी सिस्टम दिया जाता है। ओटी में हेपा फिल्टर लगा होता है जो बैक्टीरिया व वायरस को फिल्टर कर देता है, जिससे संक्रमण का डर नहीं रहता। हाथ धोने के लिए सेंसर युक्त वॉश बेसिन होता है। ओटी में कहीं भी खिड़की या अन्य कोई सुराख नहीं होता। आधुनिक ओटी लाइट लगाई जाती हैं। सारे उपकरण डिजिटल व हाईटेक होते हैं। ओटी में नाइट्रोजन, ऑक्सीजन व अन्य गैस के लिए एक ही प्लेटफार्म होता है। ओटी की दीवार में कहीं भी कोने नहीं होते। ओटी में एयर हैंडलिग यूनिट लगे होते हैं, जो हवा को मापदंड के अनुसार रखते हैं। ओटी के दरवाजे अपने खुलने और बंद होने वाले होते हैं। उच्च गुणवत्ता वाले जीवाणुरोधी रबर फर्श का उपयोग किया जाता है।
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अस्पताल के द्वितीय तल पर मॉड्यूलर ओटी के निर्माण का काम लगभग पूरा हो चुका है। केवल पीडब्ल्यूडी विभाग का 10 फीसद काम रह रहा है। जिसमें ओटी के अंदर मरीज भर्ती के दोनों कमरों में सिविल कार्य शामिल है। लगभग दो माह में यह काम पूरा हो जाएगा। जिसके बाद अस्पताल में कई प्रकार के मेजर ऑपरेशन हो सकेंगे, जिनमें संक्रमण का खतरा भी नहीं रहेगा।
-डॉ. अजय माम, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी