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श्मशान की डगर भी कठिन, पांच कालोनियों के लोग भी परेशान

एक समय था जब लोग श्मशान घाट जाने से घबराते थे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Nov 2020 06:27 PM (IST)Updated: Sun, 08 Nov 2020 06:27 PM (IST)
श्मशान की डगर भी कठिन, पांच कालोनियों के लोग भी परेशान
श्मशान की डगर भी कठिन, पांच कालोनियों के लोग भी परेशान

जागरण संवाददाता, पलवल : एक समय था, जब लोग श्मशान घाट जाने से घबराते थे। कारण कि वीरान व जर्जर रास्तों तथा अंधेरा होने के चलते श्मशान के पास से गुजरने में भी डर लगता था। सरकार ने श्मशान घाटों की दशा बदलने के लिए विशेष बजट के प्रावधान किए तो हालात बदलने लगी। लेकिन रेलवे लाइन पार की कालोनियों की श्मशान भूमि को जाने वाला मार्ग जिसे इस्लामाबाद के लैंटर वाले मार्ग से भी जाना जाता है, जलभराव व अंधेरे के चलते अंतिम डगर पर जाने वालों के लिए भी परेशानी का सफर बना हुआ है। इसके अलावा यह रास्ता पांच कालोनियों का मुख्य मार्ग भी है, जिसमें हमेशा भरे रहने वाले गंदे पानी से लोग चप्पल हाथों में लेकर निकलते हैं।

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लैंटर वाला मार्ग जो कि कभी इस्लामाबाद कालोनी का सबसे विकसित मार्ग था, अब जलभराव सहित अन्य कई समस्याओं का सबब बना हुआ है। इस रास्ते से भगत जी कालोनी, इस्लामाबाद, बंबे पार कालोनी, हरी नगर व लोहागढ़ के लोग निकलते है। रसूलपुर रोड पर निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) के चलते और भी कई कालोनियों व गांवों को जाने वाले लोग इसी रास्ते से गुजरते हैं। स्थानीय निवासियों संदीप पहलवान, विनोद शर्मा, सोनू, चरण सिंह दलालचरण, रमेश बघेल, मुकेश ठाकुर, रतन प्रजापति, जिले सिंह रावत, बलवीर बघेल, महावीर पांचाल, हुकम टेलर, देवदत्त शर्मा, सतवीर का कहना है कि साल भर से जर्जर हो चुके रास्ते के चलते अब तो उन लोगों के रिश्तेदारों ने भी उनके यहां आना कम कर दिया है। करीब 20 हजार से अधिक आबादी की इन कालोनियों में रहने वाले लोगों का कहना है कि कई बार संबंधित अधिकारियों व विधायक के समक्ष गुहार लगाने के बावजूद समस्या जस की तस है। यह 25 से 30 हजार की आबादी की कालोनियों का मुख्य रास्ता है। इसी रास्ते से होकर श्मशान भूमि को जाते हैं। जल्द से जल्द रास्ते का सुधार कराया जाना चाहिए।

- सोनू, स्थानीय निवासी कभी यह रास्ता बहुत ही अच्छी हालत में था, लेकिन अब जलभराव व अंधेरे के चलते परेशानी का सबब बना हुआ है। न तो पार्षद सुनते हैं न ही कोई अधिकारी ध्यान देते हैं।

- संदीप पहलवान, स्थानीय निवासी जलभराव के चलते इस रास्ते से जब निकलते हैं तो लोग चप्पल उतारकर हाथों में ले लेते हैं। विधायक सहित संबंधित अधिकारियों से कई बार शिकायतें की हैं, लेकिन समाधान नहीं हो रहा।

- विनोद शर्मा, स्थानीय निवासी रेलवे लाइन के दोनों तरफ की कालोनियों की समस्याओं को लेकर संवेदनशील हैं। इसी सोच के साथ विधानसभा में आरओबी के दोनों तरफ फुटओवर ब्रिज (एफओबी) बनाए जाने की मांग विधानसभा में भी की थी। इस समस्या के समाधान के लिए नगर परिषद व संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया जाएगा।

- दीपक मंगला, विधायक पलवल


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