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सड़क दुर्घटनाएं कम हों, इसलिए जल्दी हों ब्लैक स्पाट का चयन

फ- 9 अंकुर अग्निहोत्री पलवल सर्दियां शुरू हो चुकी हैं ऐसे में जिले में सड़कों पर बने ब्लै

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Nov 2021 06:58 PM (IST)Updated: Sun, 28 Nov 2021 06:58 PM (IST)
सड़क दुर्घटनाएं कम हों, इसलिए जल्दी हों ब्लैक स्पाट का चयन

फ- 9

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अंकुर अग्निहोत्री, पलवल: सर्दियां शुरू हो चुकी हैं, ऐसे में जिले में सड़कों पर बने ब्लैक स्पाट बड़ा खतरा बन सकते हैं, लेकिन हादसों को रोकने के लिए अभी तक इंतजाम नजर नहीं आ रहे हैं। पलवल शहर के बीचोंबीच से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यह खतरा और भी अधिक है। वहीं हाईवे प्राधिकरण की ओर से भी गंभीरता नहीं दिखाई गई है।

दरअसल, सरकार की तरफ से सड़क हादसों में कमी लाने के लिए काम किया जा रहा है, जिसके तहत एक्सपर्ट हादसों की वजह खोजते हैं। इसके लिए जिले में भी सड़क सुरक्षा कमेटियां गठित की हुई है, जिनमें चेयरमैन उपायुक्त होते हैं।

दस नवंबर को उपायुक्त कृष्ण कुमार ने सड़क सुरक्षा एवं सुरक्षित स्कूल वाहन पालिसी की बैठक में ट्रैफिक पुलिस व राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए थे कि दुर्घटना संभावित क्षेत्रों का गंभीरता से निरीक्षण करने के बाद ब्लैक स्पाट जल्द चिन्हित करें तथा ऐसे ब्लैक स्पाट्स पर दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं, लेकिन अभी तक ब्लैक स्पाट चयनित नहीं हो पाए।

हादसे की वजह महज जर्जर सड़कें ही नहीं, वह अनदेखी भी है जो व्यवस्था-जनित होती है। निर्माण में कोताही, ओवरलोडिग और तेज रफ्तार से सड़कें जर्जर होती हैं, लेकिन ब्लैक स्पाट तो चिकनी-चौरस सड़कों पर भी हो सकते हैं।

लिहाजा, जिले में जहां कहीं ये ब्लैक स्पाट चिह्नित नहीं किए गए हैं, वहां आए दिन हादसे होते हैं। यदि ब्लैक स्पाट को समय रहते चयनित कर लिया जाए तो बहुत हद तक हादसे टाले जा सकते हैं।

यहां होते हैं सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं :

जिले में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं

राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित होडल के गोडोता चौक और डबचिक पर्यटन स्थल के समीप सबसे ज्यादा दुर्घटना होती हैं। इन दोनों जगहों पर अंडर पास दूर होने के कारण यहां आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इसके अलावा हथीन से मंडकोला मार्ग पर गत्ता फैक्ट्री के उटावड रजवाहे पर बनी सड़क में तीखा मोड़ पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है। यहां से नूंह के लिए मार्ग छटता है। यहां पर तेजी से आने वाले वाहन जिसके चालक को तीखे मोड़ के बारे में पता नहीं होता, अक्सर दुर्घटना कर बैठते हैं। इसके अलावा हथीन से पलवल मार्ग पर फिरोजपुर राजपूत गांव की पहाड़ी के मोड़ पर तेजी से आने वाले वाहन अक्सर दुर्घटना कर बैठते हैं। यहां पर कई वाहनों के संतुलन खराब होने पर दुर्घटनाओं में कई लोग जान गवां चुके हैं। पिछले साल यहां पर एक थ्री व्हीलर व ट्रैक्टर के पलट जाने से कई लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा हथीन में जयंती मोड़ पर भी मुड़ाव के कारण कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर पलवल के बहरौला गांव के समीप भी कई सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।

सड़क दुर्घटना के अन्य प्रमुख कारण

1. सड़कों की खराब अवस्था

2. तेज रफ्तार

3. सुरक्षा नियमों की अवहेलना

4. ड्राइविग के वक्त सेलफोन पर बात

5. नशे में वाहन चलाना

6. ओवरलोडिग

7. वाहन चलाते वक्त जल्दबाजी

8. लहरिया कट (बेतरतीब)

9. हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग नहीं करना अगले महीने जिले में ब्लैक स्पाट के चयन का कार्य पूरा हो जाएगा। सभी थानों से स्पाट को चिह्नित करने के लिए कहा गया है।

रविद्र कुमार, यातायात थाना प्रभारी


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