धुएं के गुब्बार और उड़ती धूल से लोगों की सांसें रही फूल
दीपावली पर्व और पराली जलाने से बढ़ते प्रदूषण को लेकर एनजीटी और सरकारें ¨चतित हैं, परंतु शहर की सड़कों पर तो यह पिछले काफी समय से धूल और धुएं का गुब्बार आम बात है। राजमार्ग पर पर एलिवेटिड पुल के निर्माण के दौरान पानी का छिड़काव न किए जाने ने तो शहरवासियों की सांसें फुला दी हैं। दिन हो रात लोगों को मास्क लगाकर चलना पड़ता है, परंतु जो ऐसा नहीं कर पाते उनके लिए तो सड़कों से गुजारना काफी जोखिम भरा है। दमा व अस्थमा के मरीजों के लिए काफी परेशानी भरा है।
संवाद सहयोगी, पलवल : दीपावली पर्व और पराली जलाने से बढ़ते प्रदूषण को लेकर एनजीटी और सरकारें ¨चतित हैं, परंतु शहर की सड़कों पर तो यह पिछले काफी समय से धूल और धुएं का गुब्बार आम बात है। राजमार्ग पर पर एलिवेटिड पुल के निर्माण के दौरान पानी का छिड़काव न किए जाने ने तो शहरवासियों की सांसें फुला दी हैं। दिन हो या रात, लोगों को मास्क लगाकर चलना पड़ता है। परंतु जो ऐसा नहीं कर पाते उनके लिए तो सड़कों से गुजारना काफी जोखिम भरा है। दमा व अस्थमा के मरीजों के लिए काफी परेशानी भरा है।
बढ़ते प्रदूषण से लोग सांस और आंखों में एलर्जी के शिकार हो रहे हैं। छोटे बच्चों के लिए भी यह धूल और प्रदूषण परेशानी का सबब बना हुआ है। न तो राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को इसकी ¨चता है और न ही नगर परिषद को। बता दें कि शहर में इन दिनों राजमार्ग पर एलीवेटिड पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। कार्य के चलते जगह-जगह मिट्टी पड़ी रहती है। वाहनों के कारण दिन भर सड़कों पर धूल उड़ती रहती है। कंपनी द्वारा पानी का छिड़काव तो यदा कदा ही किया जाता है। अब जबकि स्मॉग धीरे-धीरे अपना रंग दिखा रहा है, तो हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
वहीं सड़कों के किनारे बनी नाली व नालों की सफाई के बाद जो गंदगी निकाली जाती है, उसे कई दिन तक नहीं उठाया जाता है। इससे वह वाहनों के टायरों से सड़क पर जमा हो जाती है और सूखने के बाद उड़ती रहती है। यही नहीं परिषद कर्मचारी ही कूड़े में जगह-जगह आग लगा देते हैं, जिससे धुआं हवा में घुलकर लोगों के स्वास्थ्य पर गहरा असर डालता है। शहर में जो समस्या है, वह एलिवेटिड पुल निर्माण की वजह से है। परिषद द्वारा नाली व नाले के कचरे को सूखते ही उठवा दिया जाता है। जो कर्मचारी कूड़े में आग लगाते पाए जाएंगे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। प्रदूषण पर काबू पाने के उपायों पर विचार चल रहा है।
- इंदु भारद्वाज, चेयरपर्सन नगर परिषद एलिवेटिड पुल के निर्माण के दौरान धूल-मिट्टी उड़ने या राहगीरों की अन्य परेशानियों को ध्यान रखा जाएगा। इस बारे में पुल निर्माण कर रही कंपनी के अधिकारियों से बातचीत की जाएगी और निर्माण सामग्री खुले में न डालने और मिट्टी पर छिड़काव नियमित करने के लिए कहा जाएगा।
- धीरज ¨सह, तकनीकी प्रबंधक, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण