घोषणाएं तो हुईं, पर पड़ी हुईं हैं लंबित
संजीव मंगला, पलवल जिले में मुख्यमंत्री द्वारा की गई विकास योजनाओं में से कई ऐसी घोषणाएं है
संजीव मंगला, पलवल
जिले में मुख्यमंत्री द्वारा की गई विकास योजनाओं में से कई ऐसी घोषणाएं हैं, जिन पर काम होना ही नहीं है। ये योजनाएं शुरू होने से पहले ही बंद कर दी गई हैं। मुख्यमंत्री ने अपने पलवल दौरों के दौरान ये घोषणाएं की थीं।
सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मिली जानकारी के अनुसार भिडूकी से खांबी तक की सड़क मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार बनाई जानी थी। इसी तरह पलवल के दिल्ली चौक पर फ्लाइओवर का निर्माण होना था। अब कहा गया है कि ये घोषणाएं पूरी होना संभव नहीं हैं। इसी तरह होडल में नया बस स्टेंड निर्माण का कार्य होना था, इसे सरकार से अभी मंजूरी नहीं मिली है। होडल में ही पांच करोड की लागत से महाराजा अग्रसेन सामुदायिक पार्क का निर्माण किया जाना था। यह पुराने बस स्टेंड की जमीन पर बस स्टेंड के स्थानांतरित होने पर निर्मित होना था। यह कार्य होना भी संभव नहीं है।
सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री द्वारा घोषित अनेक घोषणाएं अभी लंबित हैं, यानी की उन पर काम भी शुरू नहीं हुआ है। काम कब शुरू होगा, यह भी नहीं बताया गया है। इन लंबित विकास कार्यों की फेहरिस्त में रेलवे क्रा¨सग रसूलपुर व बामनीखेड़ा पर रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण, हथीन औद्योगिक क्षेत्र में सीवरेज सिस्टम का निर्माण, हथीन बाई पास का निर्माण, हसनपुर में यमुना पर पुल निर्माण, पलवल शहर में 10 करोड़ की लागत से विकास कार्य, छठ तालाब का निर्माण, महाग्राम योजना के तहत गांव खांबी, भिडूकी, दीघोट, बंचारी, सोंध व औरंगाबाद में सीवरेज, लाइट व सड़कों का निर्माण, हसनपुर में विकास कार्यों के लिए दो करोड़ का अनुदान देना, लहरपुर, जटोली व फुलवाड़ी में पशु अस्पताल का निर्माण शामिल हैं।
इनके अलावा होडल में बिजली विभाग के कार्यकारी अभियंता के कार्यालय का निर्माण, हसनपुर में राजकीय महाविद्यालय का निर्माण, होडल में हुडा सेक्टर विकसित करना, बंचारी में 66 केवी बिजली घर की स्थापना, होडल विश्रामगृह का पुनर्निर्माण, उप तहसील हसनपुर का भवन निर्माण, हसनपुर में खेल स्टेडियम का निर्माण, चमेली वन भुलवाना के लिए दो करोड़ रुपये का अनुदान, हसनपुर में बस अड्डा का निर्माण, सती सरोवर होडल का सुंदरीकरण, उझीना ड्रेन होडल में पानी संग्रह के लिए चार करोड़ का अनुदान, होडल में ठोस कचरा निस्तारण का निर्माण, होडल में नगर परिषद भवन, सीनियर सिटिजन कल्ब व ई-पुस्तकालय के लिए पांच करोड़ का अनुदान, शहर से गुजर रहे नाले के पास आधे हिस्से की सड़क बनाना, सरकारी इमारतों पर एलइडी लाइट की स्थापना करना, भंगूरी नहर को पक्का करना तथा रें¨लग लगाना, जनौली रजवाहे को पक्का करना, दुधौला में विकास कार्यों के लिए दो करोड़ रुपये देना तथा बाल भवन में कौशल विकास केंद्र की स्थापना करने के लिए एक करोड़ रुपये का अनुदान देने की घोषणाएं लंबित रखी गई हैं।
इसके अलावा अमरौली से अमरौली नहर तक, शेखपुर से उत्तर प्रदेश सीमा तक, अमरौली से नाई नंगला, सोलडा से जेवर व करोल, भवनकुंड चौक से अहेरिया चौक तक, आमरू से बघौला तक, दुधौला से मीरापुर तक, दुधौला से अल्लीका तक, सीकरी से हरफली तक, नंगला भीकू से भुर्जा तक सड़क निर्माण के कार्यों की घोषणा भी लंबित रखी गई है।
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मुख्यमंत्री घोषणा मंत्री बनकर रह गए हैं। पलवल जिले से पक्षपात किया जा रहा है। इसका कारण यह है कि पलवल जिले में भाजपा को एक सीट भी नहीं मिली थी। सबका साथ-सबका विकास करने की घोषणाएं हवा-हवाई हैं।
- उदयभान, विधायक होडल
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मुख्यमंत्री द्वारा की गई सभी घोषणाएं पूरी की जाएंगी। जो घोषणाएं लंबित रखी गई हैं, उन्हें भी आने वाले समय में पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा। भाजपा सरकार विकास कार्य कराने में पीछे नहीं रहेगी।
- रामरतन, पूर्व विधायक तथा भाजपा नेता