दंगल में बराबरी पर छूटी 51 हजार रुपये की कुश्ती
पलवल : क्षेत्र का कदीमी बाबा नंददास मेला मंगलवार को शुरू हो गया। दो दिन तक चलने वाले इस मेले को देखने इलाके से हजारों की संख्या में लोग आ रहे हैं। डागर पाल का यह सबसे बड़ा मेला झीरी वाले मंदिर मंडकौला में आयोजित किया जा रहा है।
संवाद सहयोगी, पलवल: क्षेत्र का कदीमी बाबा नंददास मेला मंगलवार को शुरू हो गया। दो दिन तक चलने वाले इस मेले को देखने इलाके से हजारों की संख्या में लोग आ रहे हैं। डागर पाल का यह सबसे बड़ा मेला झीरी वाले मंदिर मंडकौला में आयोजित किया जा रहा है।
मंगलवार को मेले के तहत ईनामी कुश्ती दंगल का आयोजन किया गया। 51 हजार रुपये की सबसे बड़ी कुश्ती संजय मित्रोल व बिक्रम दिल्ली के बीच बराबरी पर छूटी। इसी तरह 31 हजार रुपये की दूसरी बड़ी कुश्ती घोड़ी के संजय व चंदावली के रोहित के बीच बराबरी पर छूटी। इसके अलावा अनेक छोटी-बड़ी ईनामी कुश्तियां हुईं। इस दौरान पूर्व मंत्री हर्ष कुमार, धर्मबीर डागर, सुमेर जेलदार, करण नंबरदार, करतार ¨सह, प्रवीण डागर, हेमंत रावत, सुखराम डागर मौजूद थे।
इससे पहले मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना हुई तथा देसी घी की कचौड़ी का प्रसाद मंदिर में चढ़ाया गया। भक्तों ने मंदिर की परिक्रमा की तथा पूजा अर्चना में लोगों ने परिवार सहित हिस्सा लिया। बच्चों ने मेले में खूब मनोरंजन किया। लोगों ने नंददास बाबा से मन्नतें भी मांगी।
ध्यान रहे कि नंददास बाबा एक जाने माने संत थे तथा उन्होंने कई मंदिरों का निर्माण कराया। उनका शरीर झीरी वाले मंदिर में पूरा हुआ। 12 सितंबर को कबड्डी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इसे दौज का मेला भी कहा जाता है। मेले को लेकर ग्रामीणों में काफी उत्साह बना हुआ है। लोगों ने महंत गिरी जी महाराज का आशीर्वाद भी लिया। भंड़ारा भी आयोजित किया गया।