Move to Jagran APP

पेड़ बनने से पहले ही पानी व सुरक्षा के अभाव में नष्ट हुए पौधे

सरकारी विभाग पौधरोपण तो जोर-शोर से करते हैं, परंतु इन विभागों से जुड़े लोग बाद में मुड़कर यह देखने की कोशिश नहीं करते कि उन पौधों का क्या हुआ। उनकी उदासीनता के कारण पौधे या तो पानी के अभाव में मर जाते हैं या सुरक्षा के अभाव में उन्हें पशु चर जाते हैं। इस बार रेलवे रोड पर कुछ ऐसा ही हुआ। वन विभाग ने जितने भी पौधों का रोपण किया, वहां अब सिफे गड्ढे ही नजर आते हैं। एक भी पौधा वहां नहीं बचा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 05:10 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 05:10 PM (IST)
पेड़ बनने से पहले ही पानी व सुरक्षा के अभाव में नष्ट हुए पौधे
पेड़ बनने से पहले ही पानी व सुरक्षा के अभाव में नष्ट हुए पौधे

- बस अड्डे से रेलवे स्टेशन तक लगाए गए थे पौधे

loksabha election banner

संजीव मंगला, पलवल

सरकारी विभाग पौधरोपण तो जोर-शोर से करते हैं, परंतु इन विभागों से जुड़े लोग बाद में मुड़कर यह देखने की कोशिश नहीं करते कि उन पौधों का क्या हुआ। उनकी उदासीनता के कारण पौधे या तो पानी के अभाव में मर जाते हैं या सुरक्षा के अभाव में उन्हें पशु चर जाते हैं। इस बार रेलवे रोड पर कुछ ऐसा ही हुआ। वन विभाग ने जितने भी पौधों का रोपण किया, वहां अब सिर्फ गड्ढे ही नजर आते हैं। एक भी पौधा वहां नहीं बचा है।

वन विभाग ने ये पौधे बस अड्डे से रेलवे स्टेशन जाने वाले रोड पर बाईं तरफ रोपे थे। करीब 50 लंबे पौधों का रोपण किया गया था। नाले के नजदीक रोपे गए इन पौधों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया था। नतीजा यह निकला कि कुछ पौधों को तो सांड़ों ने उखाड़ दिया तथा कुछ पौधों को अन्य पशु चर गए। इस तरह करीब 50 पौधे पेड़ का रूप धारण करने से पहले ही समाप्त हो गए।

केवल रेलवे रोड ही नहीं वरन अन्य स्थानों पर भी ऐसा ही कुछ हुआ है। पानी व सुरक्षा के अभाव में पौधे दम तोड़ गए। इससे जहां आर्थिक हानि हुई, वहीं पर्यावरण संरक्षण अभियान को भी धक्का लगा।

वैसे विभाग इसका कारण स्टाफ व साधनों का अभाव बताता रहा है। विभाग के पास न तो पर्याप्त पानी के टैंकर हैं तथा न ही उन्हें पर्याप्त मात्रा में ट्री गार्ड मिलते हैं। पुराने ट्री गार्ड पेड़ों से हटाए नहीं जाते। उन्हें नशेबाज निकाल कर कबाड़ में बेच देते हैं। इस बार शहरी क्षेत्र में वन विभाग ने काफी पौधे लगवाए हैं। विभागीय अधिकारियों ने पौधों की सुरक्षा का भी वायदा किया था। विभाग के पास पौधों को पानी देने के लिए अपने दो ट्रैक्टर-टैंकर भी हैं। मैं इस बारे में विभागीय अधिकारियों से पूछताछ करूंगा तथा ऐसे प्रबंध करने के प्रयास किए जाएंगे, जिनसे पौधे नष्ट न हों तथा वे पेड़ का रूप धारण कर सकें।

- डा.मनीराम शर्मा, जिला उपायुक्त


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.