मुक्तिधाम में जन्मदिन मनाकर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
एक समय था, जब लोग शमशान घाट में जाने से भी घबराते थे। अंधेरा होने के बाद या शमशान के पास से गुजरने में भी उन्हें डर लगता था। अकेले जाने की तो किसी की हिम्मत ही नहीं पड़ती थी। समय के साथ-साथ शमशान घाटों की हालत भी बदलने लगी। जहां शमशान घाट के नाम पर केवल उजाड़ होता था, वहीं अब बड़ी संख्या में शमशान घाट आधुनिक रूप लेने लगे हैं। ये अब शमशान कम तथा पार्क व हरित क्षेत्र ज्यादा नजर आते हैं।
जागरण विशेष
- लोग श्मशान घाटों के प्रति बदलें अपनी सोच : डीसी
संजीव मंगला, पलवल
एक समय था, जब लोग श्मशान घाट में जाने से घबराते थे। अंधेरा होने के बाद या श्मशान के पास से गुजरने में भी उन्हें डर लगता था। अकेले जाने की तो किसी की हिम्मत ही नहीं पड़ती थी। समय के साथ-साथ श्मशान घाटों की हालत भी बदलने लगी। जहां श्मशान घाट के नाम पर केवल उजाड़ होता था, वहीं अब बड़ी संख्या में श्मशान घाट आधुनिक रूप लेने लगे हैं। ये अब श्मशान कम तथा पार्क व हरित क्षेत्र ज्यादा नजर आते हैं।
लोग अपने जन्मदिन पर बड़े-बड़े आयोजन करते हैं तथा ऐसे कार्यक्रमों को यादगार बनाने के लिए खूब खर्च करते हैं। केक काटने से लेकर डिनर तथा पार्टियां आयोजित की जाती हैं। जन्मदिन मनाना स्टेटस ¨सबल बनता जा रहा है। वहीं ऐसे समय में पलवल के जिला उपायुक्त डा.मनीराम शर्मा ने रविवार को अपने बेटे अर¨वद का 19वां जन्मदिन शहर के सबसे पुराने तथा सौ से भी ज्यादा अलग-अलग किस्म के पौधों से भरपूर श्मशान यानी मुक्तिधाम में मनाया। अर¨वद ने पवित्र शमी का पौधा रोपा। यह सब बेहद सादगी से हुआ। वहां मौजूद शहर की विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने अर¨वद को बधाई दी तथा उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उसके स्वस्थ व शतायु होने की कामना की।
उपायुक्त डा.मनीराम ने कहा कि श्मशान में जन्मदिन मनाकर वे लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं। यह सबसे पवित्र जगह होती है। यहां सबकी सोच सकारात्मक हो जाती है। उन्होंने मुक्तिधाम में पौधरोपण कार्यक्रम करने वाली संस्थाओं लायंस क्लब डायमंड व महावीर इंटरनेशनल आर्यन के इस कार्य को भी सराहा। बाद में अर¨वद ने अपने पिता डा.मनीराम व महामंडलेश्वर कामता दास महाराज व महंत ऋषि कुमार दास का भी आशीर्वाद लिया। उन्हें अंगवस्त्र भी भेंट किया गया। मैने अपना जन्मदिन कभी नहीं मनाया। बच्चों के भी जन्मदिन नहीं मनाते हैं। शनिवार को मुझे अर¨वद की मां ने बताया कि रविवार को अर¨वद का जन्मदिन है। मैने तभी सोच लिया था कि मुक्तिधाम में आयोजित होने वाले पौधरोपण कार्यक्रम में उससे पौधा लगवा कर जन्मदिन मनाया जाएगा। इससे लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश मिलेगा तथा श्मशान घाटों के विकास हेतु उनकी भावनाएं भी विकसित होंगी।
- डा. मनीराम शर्मा, जिला उपायुक्त मैं आज बहुत खुश हूं। मैंने अपने जन्म दिन पर पौधा लगाया तथा अपने पिता व बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया। मैं यहां आया भी साइकिल पर ताकि युवा पीढ़ी का रुझान पर्यावरण संरक्षण के प्रति बढ़ सके।
- अर¨वद शर्मा, उपायुक्त के पुत्र