पारिवारिक कलह में कमजोर हो सकता है इनेलो का दावा
हाथी पर सवार होकर चंड़ीगढ़ को नजदीक देख रहे इनेलो कार्यकर्ताओं में अपने आलाकमान की तीसरी व चौथी पीढ़ी (अभय चौटाला-दुष्यंत चौटाला) के बीच चल रहे सत्ता संघर्ष के चलते ¨चता की लहर दौड़ गई है। इनेलो कार्यकर्ता हालांकि खुलकर कुछ कहने से तो बच रहे हैं लेकिन उन्हें वर्ष 19
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- गोहाना रैली में हुए घटनाक्रम को लेकर इनेलो के जमीनी कार्यकर्ता ¨चतित
- चौटाला द्वारा नीली पगड़ी न पहनने को बसपा कार्यकर्ता भी नहीं मान रहे उचित
संजय मग्गू, पलवल
हाथी पर सवार होकर चंड़ीगढ़ को नजदीक देख रहे इनेलो कार्यकर्ताओं में अपने आलाकमान की तीसरी व चौथी पीढ़ी (अभय चौटाला-दुष्यंत चौटाला) के बीच चल रहे सत्ता संघर्ष के चलते ¨चता की लहर दौड़ गई है। इनेलो कार्यकर्ता हालांकि खुलकर कुछ कहने से तो बच रहे हैं लेकिन उन्हें वर्ष 1989-90 का वह दौर सता रहा है जबकि ताऊ की दूसरी पीढ़ी में हुए अलगाव की वजह से पार्टी करीब एक दशक के लिए सत्ता से दूर हो गई थी। अब जबकि 14 वर्ष के राजनीतिक वनवास के बाद इनेलो के कार्यकर्ताओं में सत्ता में वापसी की उम्मीद जग रही है, पार्टी में शुरू हुआ भीतरी संघर्ष उन्हें कमजोर कर रहा है।
सात अक्टूबर को गोहाना में हुई रैली में नेता प्रतिपक्ष अभय ¨सह चौटाला के संबोधन के दौरान इनेलो के युवा कार्यकर्ताओं ने जमकर हू¨टग की थी व उन्हें बोलने नहीं दिया था।
रैली में इस घटनाक्रम के साक्षी रहे कई स्थानीय नेताओं का कहना है कि इससे चौटाला भी खासे खफा हुए थे व उन्होंने मंच से अपने संबोधन में भी नारेबाजी करने वालों को फटकार लगाई थी। हालांकि अधिकांश इनेलो कार्यकर्ताओं का कहना है कि पार्टी सुप्रीमो समझाकर परिवार को एकसूत्र में बांधे रखेंगे लेकिन इनेलो को पास से समझने वाले कई कार्यकर्ता व पूर्व में इनेलो में रहे नेता इसे तूफान से पहले की शांति मान रहे हैं।
वहीं इनेलो सुप्रीमो चौटाला द्वारा बसपा की नीली पगड़ी न पहनने को लेकर बसपा कार्यकर्ताओं में भी निराशा है। बसपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि इनेलो के नेताओं को बसपा को दोयम दर्जे की पार्टी समझने की भूल नहीं करनी चाहिए। इनेलो सुप्रीमो ने बसपा की नीली पगड़ी पहनना तो दूर उसे अपने कंधे पर भी नहीं रखा। इसे लेकर बसपा के कार्यकर्ताओं में निराशा भी हो तथा रोष भी। बसपा के कई कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश भारती से भी इस बारे में बात की है, लेकिन भारती ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। सारे मामले को बसपा सुप्रीमो बहन मायावती के संज्ञान में भी लाया जाएगा।
- अनिल कुमार, पूर्व जिलाध्यक्ष, बसपा