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किसानों की फसल 70 फीसद तक बर्बाद, विशेष गिरदावरी की मांग

भारी बारिश से जिले के किसानों की फसलें 70 फीसद तक बर्बाद हो चुकी हैं। किसानों की मांग है कि उनकी फसल की विशेष गिरदावरी करवाई जाए जिससे उनके नुकसान की भरपाई हो सके।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Oct 2021 08:29 PM (IST)Updated: Wed, 20 Oct 2021 08:29 PM (IST)
किसानों की फसल 70 फीसद तक बर्बाद, विशेष गिरदावरी की मांग
किसानों की फसल 70 फीसद तक बर्बाद, विशेष गिरदावरी की मांग

जागरण संवाददाता, पलवल: जिले में रविवार और सोमवार को हुई बारिश ने किसानों के सामने बड़ा संकट खड़ा कर दिया है। भारी बारिश से जिले के किसानों की फसलें 70 फीसद तक बर्बाद हो चुकी हैं। किसानों की मांग है कि उनकी फसल की विशेष गिरदावरी करवाई जाए, जिससे उनके नुकसान की भरपाई हो सके। रविवार और सोमवार को पलवल में 90 एमएम, होडल में 34 एमएम, हथीन में 30 एमएम, हसनपुर में 40 एमएम, बहीन में 18 एमएम दर्ज की गई। कृषि विभाग के मुताबिक अक्टूबर माह में बीते कई वर्षों में इतनी बारिश दर्ज नहीं की गई। धान की फसल को पहुंचा सबसे अधिक नुकसान

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जिले में इस समय धान की फसल की कटाई जोरों पर है। बारिश की वजह से धान की फसल को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है। करीब 70 फीसद तक फसल बर्बाद हो चुकी है। कई जगह तो यह आंकड़ा 80 फीसद तक है। बारिश के कारण बाजरे और कपास की फसल में भी भारी नुकसान हुआ है। साथ ही बारिश के कारण अनाज मंडी में आने वाली धान की फसल में भी नमी की मात्रा में बढ़ोतरी होगी।

फिलहाल सरकार ने फसल की बिक्री के लिए 17 फीसद की मात्रा तय की हुई है। यदि किसी किसान की फसल में नमी की मात्रा 17 फीसद से अधिक पाई जाएगी, तो उसकी फसल की सरकारी खरीद नहीं की जाएगी। बारिश सरसों की फसल के लिए भी नुकसान भरी साबित हुई है, जिन किसानों ने अभी सरसों की फसल की बिजाई की है। उनके लिए बारिश नुकसान का सौदा बनकर आई है। धान की हुई सबसे अधिक बुआई

इस वर्ष जिले में 43 हजार 500 एकड़ में धान की बुवाई हुई है। वहीं 26 हजार 250 एकड़ में बाजरे और 58 हजार 750 एकड़ में कपास की बुवाई हुई है। बीते कई वर्षों में ऐसी बारिश नहीं देखी गई। जिले में आई बारिश से फसलों को नुकसान पहुंचा है। बारिश से फसल की गुणवत्ता पर भी असर पड़ेगा। धान की फसल को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है।

- कुलदीप तेवतिया, एसडीओ, कृषि विभाग इस बार मैंने धान की फसल की बिजाई कर्ज लेकर की थी। मगर अक्टूबर माह में आई अचानक इस बारिश ने सब कुछ बर्बाद कर दिया है। प्रशासन खराब फसल की विशेष गिरदावरी करवाए।

- सतीश, किसान, नांगल ब्राह्मण रविवार को अचानक से आई बारिश के कारण जिले में फसलों को भारी नुकसान हुआ है। सबसे अधिक नुकसान धान की फसल को हुआ है।

- महावीर मलिक, कृषि विशेषज्ञ खेतों में इतना पानी भर चुका है कि फसल पानी के नीचे है और पानी ऊपर है। फसल खराब होने के कारण किसानों के सामने रोजी रोटी का संकट छा गया है। तुरंत विशेष गिरदावरी करवाई जाए।

- रतन सिंह सौरोत, किसान नेता हमारे परिवार का पालन-पोषण खेती से ही हो रहा है, लेकिन अब जब फसल खराब हो चुकी है तो रोजी रोटी का संकट छा गया है। सरकार फसलों के नुकसान की गिरदावरी करवाकर उचित मुआवजा दे।

- सतपाल डागर, किसान


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