Palwal News: पलवल में कराई जा रही पेड़ों की गिनती, अब तक एक लाख पेड़ चिन्हित
Palwal News पंचायत भूमि निजी भूमि वन भूमि सभी सरकारी गैर सरकारी संस्थानों की भूमि तथा प्रत्येक घर में लगे हर प्रकार के वृक्षों की गणना की जा रही है। जिले में अब तक करीब एक लाख वृक्षों की गणना हो चुकी है।
पलवल जागरण संवाददाता। हरियाली को बढ़ावा देने और पेड़ों की वास्तविक संख्या जानने के लिए जिले में वृक्षों की गणना शुरू हो गई है। सरकार द्वारा जिले सहित पूरे प्रदेशभर में कुल कितने वृक्ष हैं, उन सभी की गणना करने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत पंचायत भूमि, निजी भूमि, वन भूमि, सभी सरकारी , गैर सरकारी संस्थानों की भूमि तथा प्रत्येक घर में लगे हर प्रकार के वृक्षों की गणना की जा रही है। जिले में अब तक करीब एक लाख वृक्षों की गणना हो चुकी है।
अभी ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही है गणना
तीन चरणों में गणना होनी है। वन विभाग की टीम अभी ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर वृक्षों की गणना कर रही है। दूसरे चरण में शहरों में गणना का कार्य शुरू किया जाएगा। तीसरी और आखिरी चरण में वन भूमि पर वृक्षों की गणना की जाएगी।
गणना का उद्देश्य
इस गणना का मुख्य उद्देश्य जिले में किस गांव या शहर में कितना क्षेत्र हरा भरा है, उसकी एक जानकारी जुटाई जाएगी। इससे आने वाले समय में उसी जानकारी के आधार पर जिन क्षेत्रों में पौधरोपण करने की ज्यादा आवश्यकता है तथा जिन क्षेत्रों में पहले से ही काफी अच्छी हरियाली है। इस आंकलन के आधार पर आगामी सीजन में पौधरोपण तथा उनके रखरखाव की विभाग योजना बनाएगा। वृक्ष गणना का कार्य पूरे जिले के हर प्रकार की मलकियत पर स्थित पेड़ों का किया जा रहा है। ऐसे में वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा आमजन से जरूरी बिंदुओं पर जानकारियां मांगी जा रही हैं।
एक लाख वृक्षों की गणना का कार्य पूर्ण
अक्टूबर माह शुरू हुई यह ग्रामीण क्षेत्रों में की जा रही है। वन विभाग की टीम द्वारा अब तक करीब एक लाख वृक्षों की गणना व जानकारी जुटाने का कार्य पुरा किया जा चुका है। टीम द्वारा वृक्षों की लंबाई व मोटाई मापने के बाद उनकी फोटो खींचकर कंप्यूटर में अपलोड की जा रही है।
- मेरी अपील की कि इसमें आमजन वृक्षों की गिनती करते समय वन कर्मियों का सहयोग करें, ताकि वृक्षों की गणना का कार्य आसानी से पूरा किया जा सके। दीपक पाटिल, जिला वन विभाग अधिकारी।