रूस में फंसे हैं पलवल के 12 छात्र, वीडियो संदेश भेज कहा- नहीं मिल रहा खाना, प्लीज PM सर मदद कीजिए
गांव रूंधी निवासी छात्र माधव व उनके साथियों ने वीडियो संदेश भेजकर कहा है कि जिस हॉस्टल में वे रह रहे हैं वहां कोरोना के कई संदिग्ध केस हैं।
पलवल [संजय मग्गू]। एमबीबीएस की पढ़ाई कर डॉक्टर बनने के ख्वाब संजोए रूस गए जिले के 12 छात्र अब अब किसी तरह से घर आने को आतुर हैं। कारण है कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते उन्हें अपनी जान की चिंता सताने लगी है। छात्रों ने वीडियो संदेश भेजकर प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि उन्हें वापस लाने का प्रबंध किया जाए। छात्रों ने पीएमओ को भी ट्वीट कर मदद की गुहार लगाई है।
वीडियो संदेश भेजकर मांगी मदद
गांव रूंधी निवासी छात्र माधव व उनके साथियों ने वीडियो संदेश भेजकर कहा है कि जिस हॉस्टल में वे रह रहे हैं वहां कोरोना के कई संदिग्ध केस हैं तथा रूस में वैसे भी कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। छात्रों ने कहा है कि वे यहां खाने-पीने तक से मरहूम हो रहे हैं। यहां एक ही कॉमन शौचालय है, जिसे कि सभी इस्तेमाल करते हैं।
जिले के ये छात्र हैं रूस में :
रूस में एमबीबीएस कर रहे छात्रों में गांव रूंधी निवासी माधव शर्मा व हरीओम शर्मा (दोनों भाई) भारत तेवतिया व संदीप तेवतिया (जनौली), महिमा शर्मा (कैलाश नगर, पलवल), रश्मि तेवतिया (कोंडल), गौरव ङ्क्षसह (किठवाड़ी), मयंक ङ्क्षसह व सागर चौहान(पलवल शहर), अमित देशवाल (घोड़ी), सोनिया रावत (अहरवां) व चरण ङ्क्षसह (मित्रोल) शामिल हैं।
हमारी सरकार से विनती है की कृपया हमारे बच्चों को देश वापस लाने के लिए कदम उठाए। बच्चों को वहां पर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
- ब्रज भूषण शास्त्री, माधव व हरीओम के पिता
अधिकारी ने कहा
अभी तक जिला प्रशासन को इस बारे में कोई सूचना नहीं मिली है कि जिले के बच्चे रूस में हैं। दैनिक जागरण के माध्यम से ही इस बात की जानकारी मिली है। छात्रों के परिजनों का पता लगाकर उच्चाधिकारियों से संपर्क किया जाएगा। छात्रों की हरसंभव मदद करने की कोशिश की जाएगी।
- नरेश नरवाल, जिला उपायुक्त