कट्टों में गेहूं के साथ भरा जा रहा रेत व तूड़ा
साहब दाल में काला वाली कहावत पुरानी हो गई है अब तो गेहूं भी काला होने की बात आम हो चली है।
गजराज सिंह, हथीन :
साहब, दाल में काला वाली कहावत पुरानी हो गई है, अब तो गेहूं भी काला होने की बात आम हो चली है। इस मामले को लेकर मार्केटिग बोर्ड व खरीद एजेंसियों के अधिकारी तनिक भी गंभीर दिखाई नहीं दे रहे हैं। अनाजमंडी से बाहर बारदाना कैसे पहुंच रहा है इसको लेकर अधिकारी जानबूझकर अनभिज्ञ बने हुए हैं। एजेंसियों की ओर से जो गेहूं खरीदकर गोदामों में भंडार किया जा रहा कुछ समय बाद राशन कार्ड धारकों, मिड-दे-मील व आंगनवाड़ी केंद्रों पर उपलब्ध होगा।
हम बात कर रहे हैं हथीन शहर स्थित अनाजमंडी की, जिसके अंदर गेहूं की आवक हो रही है। इसके साथ ही मंडी से बाहर भी बिना किसी रोक-टोक व गेटपास के गेहूं की आवक धड़ल्ले से रेत के मैदानों में कराई जा रही है। कट्टो में गेहूं के साथ-साथ रेत, रोड़ी, तूड़ा व अन्य गंदगी को भी खुलेआम भरा जा रहा है। इसकी रोकथाम के लिए अधिकारियों ध्यान भी नहीं दे रहे हैं। इतना ही नहीं गेहूं को कट्टों में भरने से पहले सफाई व छनाई भी नहीं की जा रही है।
कहने को तो मंडी के अंदर बारदाना (कट्टों) की कमी होना बताया जा रहा है। लेकिन, अनाजमंडी से बाहर खुले मैदानों में गेहूं भरने को लेकर ऐसी कमी नहीं दिखाई दे रही। मंडी के बाहर गेहूं को भरने के लिए भारी मात्रा में कट्टे उपलब्ध कराए जा रहे हैं। लेकिन, यह कट्टे कहां से उपलब्ध हो रहे हैं इसको लेकर अधिकारी अनभिज्ञ बनने की कोशिश में लगे हुए हैं। मार्केटिग बोर्ड हथीन के सचिव अजय सिंह ने यह कहकर अपना पलड़ा झाड़ लिया कि यह मामला उनके संज्ञान में ही नहीं है। बाक्स
अब तक हुई गेहूं की खरीद :
हथीन मार्केटिग बोर्ड के सचिव अजय सिंह ने बताया कि रविवार शाम तक मंडी में खरीद एजेंसी हैफेड की ओर से एक लाख 37 हजार 992 क्विंटल, वेयरहाउस की ओर से एक लाख 50 हजार 102 क्विंटल, मिडकोला में आठ हजार 495 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई है। सोमवार देर शाम तक खरीद प्रक्रिया जारी रही। मंडी से किसी भी को भी बारदाना उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। अगर मंडी से बाहर कट्टों की तुलाई व भराई की जा रही है तो इसके लिए मार्केटिग बोर्ड के सचिव ही जवाब दे पाएंगे।
- चांद प्रकाश, पर्चेजर हैफेड एजेंसी हथीन यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। खरीद एजेंसी वेयरहाउस व हैफेड के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए जा रहे हैं। गेहूं खरीद के लिए गठित कमेटी साफ-सफाई पर ध्यान देकर ही खरीद करे और कट्टों में भरवाए।
- नरेंद्र सहरावत, डीएफएससी पलवल