रुपडाका प्राथमिक स्कूल में तैनात जेबीटी शिक्षक नवीन राठी निलंबित
आरोप है कि नवीन राठी ने स्कूल के अन्य स्टाफ के साथ मिलकर अपनी रोकी गई वेतन राशि दो लाख 66 हजार 420 रुपये को धोखाधड़ी से अपने खाते में पिछले साल डलवा लिया था।
संवाद सहयोगी, हथीन: जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी गौतम कुमार ने खंड हथीन के गांव रुपडाका प्राथमिक सरकारी स्कूल में तैनात जेबीटी शिक्षक नवीन राठी को निलंबित कर दिया है। आरोप है कि नवीन राठी ने स्कूल के अन्य स्टाफ के साथ मिलकर अपनी रोकी गई वेतन राशि दो लाख 66 हजार 420 रुपये को धोखाधड़ी से अपने खाते में पिछले साल डलवा लिया था। इस मामले की शिकायत पूर्व स्कूल मुखिया मनोज सहरावत ने उच्च अधिकारियों से की थी, जिसके बाद जांच खंड शिक्षा अधिकारी दयानंद रावत की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा की गई थी। जांच रिपोर्ट में नवीन राठी व अन्य स्टाफ को दोषी पाया गया था।
बता दें कि रुपडाका सरकारी स्कूल के पूर्व मुखिया मनोज सहरावत ने विभाग को दी शिकायत में आरोप लगाया था कि स्कूल के क्लर्क, वर्तमान स्कूल मुखिया व दो अन्य शिक्षकों ने मिली भगत करके दो लाख 66 हजार, 420 रुपये सरकारी खाते से निकाल लिए। निकाली गई राशि को नवीन राठी के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया। आरोप है कि नवीन का वेतन पूर्व स्कूल मुखिया की तरफ से रोका गया था।
क्लर्क और अन्य स्टाफ ने डोंगल (इंटरनेट और सिक्योरिटी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली यूएसबी ड्राइव) का गलत इस्तेमाल करके राशि निकाल ली। इस मामले की जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारी दयानंद रावत की अध्यक्षता में तीन सदस्य कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी ने अपनी जांच में शिक्षक नवीन राठी, क्लर्क तथा अन्य स्टाफ को दोषी माना है। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर नवीन राठी को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने निलंबित कर दिया है। बताया गया है कि इस मामले में अन्य दोषियों पर कार्रवाई के लिए चंडीगढ़ उच्च अधिकारियों को लिखा गया है। जल्द ही इस मामले में अन्य के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई होगी। नवीन राठी को उटावड पुलिस ने पूछताछ के लिए किया तलब:
डोंगल का गलत इस्तेमाल करके निकाली राशि के बाबत मनोज सहरावत ने उटावड थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने इस मामले में पूछताछ के लिए नवीन राठी को गत 19 अक्टूबर को समन भेजा था, लेकिन नवीन राठी स्कूल में नहीं मिला। नवीन राठी का निलंबन आदेश जारी करके उनकी ड्यूटी खंड शिक्षा कार्यालय में लगाई गई है। दूसरे दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अधिकारियों को लिखा गया है।
-गौतम कुमार, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी पलवल