दुष्कर्मियों की गिरफ्तारी की आस में टूटी पिता की सांसों की डोर
13 वर्षीय किशोरी के साथ 18 सितंबर को उस समय दो युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया जब वह स्कूल से अपने घर लौट रही थी।
जागरण संवाददाता, हथीन (पलवल) :बेटी से दुष्कर्म किए जाने तथा आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर सदमें में आए पिता ने की बुधवार की देर रात दम तोड़ दिया। पीड़िता के पिता की मौत की खबर से आहत ग्रामीणों व स्वजनों ने शव को सड़क पर रखकर तथा सड़क के बीच में ट्रैक्टर खड़े कर हथीन-मिडकोला रोड पर जाम लगा दिया। हालांकि मार्ग को ग्रामीणों ने करीब छह घंटे तक अवरुद्ध रखा, लेकिन मुख्य मार्ग न होने के चलते जाम का कोई खास असर नहीं दिखा। पुलिस उपाधीक्षक यशपाल खटाना व सुनील कादियान ने ग्रामीणों व स्वजनों को समझा-बुझाकर शव को पलवल के नागरिक अस्पताल के शव विच्छेदन गृह में भिजवाया व जाम को खुलवाया। करीब एक महीने पहले गंभीर स्थिति में पीड़िता के पिता को नूंह के नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।
बता दें, हथीन खंड के एक गांव निवासी 13 वर्षीय किशोरी के साथ 18 सितंबर को उस समय दो युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया, जब वह स्कूल से अपने घर लौट रही थी। आरोप है कि एक युवक ने मोबाइल से वीडियो भी बना ली। आरोपितों में से एक पीड़िता के साथ गांव का था तथा दूसरा बिहार का मूल निवासी था व पीड़िता के गांव में ही मजदूरी करता था। 19 सितंबर को पीड़िता स्कूल पहुंची तथा अध्यापिका को अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया। स्कूल से बात परिजनों तक पहुंची तथा पुलिस को शिकायत दी गई। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट, मारपीट, जान से मारने की धमकी देने सहित संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन आरोपितों की गिरफ्तारी की दिशा में कोई गंभीर प्रयास नहीं किया गया।
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किसी ने नहीं सुनी फरियाद
पीड़िता की मां रोते हुए कहती हैं कि पहले तो बेटी की आबरू तार-तार हो गई तथा अब पति भी दुनिया से कूच कर गए। पुलिस से उम्मीद लगाई थी कि वह दुष्कर्मियों को जेल भेज कर बेटी के साथ इंसाफ करेगी, लेकिन न तो थाने की पुलिस ने फरियाद सुनी व न ही उच्चाधिकारियों से न्याय की उम्मीद पूरी हुई। डीएसपी साहब के दरबार में कई बार फरियाद लगाई तथा एसपी साहब से भी मिले, लेकिन आरोपित गिरफ्तार नहीं हो पाए। घर चलाने के लिए पति मेहनत-मजदूरी करते थे, अब वे भी चले गए तो कैसे परिवार (दो बेटे व एक बेटी) का पेट पालूंगी व कैसे बेटी के दुष्कर्मियों को सजा दिलाने के लिए अदालती लड़ाई लडूंगी। एक माह पूर्व भी लगाया था जाम :
किशोरी से दुष्कर्म की घटना को लेकर ग्रामीणों में भी रोष था। हथीन पुलिस पर लचर कार्रवाई का आरोप लगाते हुए आठ दिसंबर को हथीन मिडकोला मार्ग पर ही जाम लगा दिया था। हालांकि उस समय जाम लगाने से पूर्व ग्रामीणों ने पुलिस को चेतावनी भी दी थी। जब जाम लगाया गया तो हथीन के थाना प्रभारी अनिल कुमार ने पांच दिन में दोनों आरोपितों को गिरफ्तार करने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया था। वह पांच दिन की समय सीमा भी निकल गई तथा पीड़िता के पिता की मौत हो गई तो स्वजनों व ग्रामीणों में रोष बढ़ना शुरू हो गया तथा शव को मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया।
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यह था घटनाक्रम
- 18 सितंबर को स्कूल से घर जाते समय छात्रा के साथ दो युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया
- 19 सितंबर को छात्रा की तबीयत बिगड़ने लगी तो उसने शिक्षिका को घटना के बारे में बताया
- 19 सितंबर को ही परिजनों ने स्कूल शिक्षिका से जानकारी मिलने पर पुलिस में मामला दर्ज कराया
- 24 सितंबर ग्रामीण व छात्रा के स्वजन तत्कालीन थाना प्रभारी जयराम से मिले व आरोपितों की गिरफ्तारी की गुहार लगाई
- ग्रामीण तीन बार हथीन के डीएसपी हितेश यादव से मिले तथा आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार
- नवंबर माह में एसपी नरेंद्र बिजरानियां से मिले तो टीम का गठन हुआ व बिहार में दबिश दी गई
- आठ दिसंबर को ग्रामीणों ने मिडकोला-हथीन मार्ग पर जाम लगा दिया
- पुलिस ने फिर से आरोपितों की तलाश में दबिश दी, लेकिन आरोपित पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े
- आठ जनवरी की देर रात किसी समय पीड़िता के बीमार पिता की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने फिर से जाम लगा दिया
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घटना की शिकायत के समय ही मामला दर्ज कर लिया गया था। मुख्य आरोपित बिहार का रहने वाला है जो कि यहां हथीन में मजदूरी करता था तथा दूसरा साथ के गांव का है। मुख्य आरोपित घटना के बाद से ही भाग गया था तथा दूसरा भी फरार चल रहा है। पुलिस की एक टीम बिहार भी भेजी गई थी तथा समय-समय पर दबिश दी जा रही है।
- नरेंद्र बिजारनियां, पुलिस अधीक्षक