फंड की कमी से अधर में लटका है सेवा केंद्र का निर्माण
होडल : प्रदेश सरकार द्वारा क्षेत्र में करोड़ों रुपये के विकास के नारे यहां केवल ढकोसला साबित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी कुछ विकास कार्यों पर तो अभी कार्य ही शुरू नहीं हो सका है तो कुछ निर्माण कार्य फंड की कमी के चलते अधर में लटके पड़े हैं। खंड विकास एवं पंचायत कार्यालय में बनाए जा रहे राजीव गांधी सेवा केंद्र का निर्माण कार्य भी फंड की कमी के कारण पांच वर्ष बीतने के बाद भी पूरा नहीं हो सका है।
संवाद सहयोगी, होडल : प्रदेश सरकार द्वारा क्षेत्र में करोड़ों रुपये के विकास के नारे यहां केवल ढकोसला साबित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी कुछ विकास कार्यों पर तो अभी कार्य ही शुरू नहीं हो सका है तो कुछ निर्माण कार्य फंड की कमी के चलते अधर में लटके पड़े हैं। खंड विकास एवं पंचायत कार्यालय में बनाए जा रहे राजीव गांधी सेवा केंद्र का निर्माण कार्य भी फंड की कमी के कारण पांच वर्ष बीतने के बाद भी पूरा नहीं हो सका है।
25 लाख रुपये की लागत से तैयार किए जाने वाले इस केंद्र की छत का लैंटर तो पूरा हो चुका है, लेकिन अन्य कार्यों के पूरा होने में अब फंड की कमी आड़े आ रही है। खंड विकास एवं पंचायत कार्यालय में विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के बैठने के लिए बनाए जा रहे उक्त सेवा केंद्र में आधा दर्जन कमरे, दो शौचालय, एक बाथरूम, रसोई व गैलरी का निर्माण होना है, लेकिन उक्त इमारत का निर्माण कार्य पिछले लगभग एक साल से बंद पड़ा हुआ है। मजेदार बात तो यह है कि पिछले पांच वर्ष के दौरान सेवा केंद्र का तत्कालीन सभी उपमंडल अधिकारी दौरा भी कर चुके हैं और शीघ्र ही इमारत का निर्माण कार्य पूरा कराए जाने का आश्वासन भी देते रहे हैं, लेकिन सेवा केंद्र आज भी अपने निर्माण का बाट जोह रहा है।
खंड विकास कार्यालय की इमारत जर्जर होने के कारण यहां तैनात कर्मचारियों के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है। फिलहाल विभागीय कर्मचारी वर्षों पहले उपमंडल अधिकारी के लिए बनाए गए रिहायश में अपना कार्यालय चला रहे हैं। कर्मचारी इस इमारत के रसोई घर को कार्यालय बनाकर कार्य निपटा रहे हैं। जबकि अधूरी पड़ी नई इमारत के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा कराने के लिए कई बार उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन वे कार्य पूरा कराने का आश्वासन देकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। जर्जर पड़ी कार्यालय की इमारत में यहां आने वाले ग्रामीणों के बैठने तक की कोई व्यवस्था नहीं है।
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मैंने स्वयं इमारत का मौका निरीक्षण किया है। इस मामले में बीडीपीओ, विभागीय जेई और एसडीओ से भी पूछताछ की गई है। रिपोर्ट आने के बाद शीघ्र ही इस इमारत का निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।
- वकील अहमद, एसडीएम
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समाप्त
चंद्रप्रकाश गर्ग
19 मई-18