तीन दिन बाद भी परिजनों ने नहीं लिया सेल्समैन गजराज का शव
पृथला के पट्रोल पंप कर्मी गजराज की हत्या के तीन दिन बाद भी परिजन शव लेने नहीं आए। अनुसूचित जाति के लोगों ने देवी लाल पार्क में एकत्रित होकर धरना प्रदर्शन कर उपायुक्त को मृतक के परिजनों को एक करोड़ की आर्थिक सहायता व मृतक के बेटे का सरकारी नौकरी देने तथा आरोपितों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की।
- पलवल में किया प्रदर्शन, आरोपितों की गिरफ्तारी व एक करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग
- सोमवार की देर रात को दुधौला मार्ग स्थित पेट्रोल पंप पर नकाबपोश बदमाशों गोली मारकर की थी हत्या
जागरण संवाददाता, पलवल : सदर थाना क्षेत्र में गांव पृथला के समीप दुधौला मार्ग स्थित महेंद्रा फि¨लग स्टेशन (पैट्रोल पंप) पर कार्यरत सोहना थाना क्षेत्र के गांव लोहसिलानी निवासी सेल्समैन गजराज की हत्या के तीन दिन बाद भी परिजनों ने मृतक का शव नहीं लिया। बृहस्पतिवार को अनुसूचित जाति के सैंकड़ों लोगों ने पलवल के देवी लाल पार्क में एकत्रित होकर धरना प्रदर्शन कर उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारी मृतक के परिजनों को एक करोड़ की आर्थिक सहायता व बेटे को सरकारी नौकरी देने तथा आरोपितों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। बुधवार को ग्रामीणों ने गांव सीकरी में पंचायत भी की थी।
शहर के राजमार्ग स्थित देवीलाल पार्क में अनुसूचित जाति के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया तथा नारेबाजी की। उसके बाद जुलूस की शक्ल में सभी लोग लघु सचिवालय पहुंचे तथा उपायुक्त पलवल के माध्यम से एक ज्ञापन सौंपा। इसमें मृतक के परिजनों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता, सरकारी नौकरी तथा मामले की सीबीआइ जांच कराने सहित सात सूत्रीय मांगें थीं। इस मौके पर अनुसूचित जाति के लोगों ने चेतावनी दी कि जब तक आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक शव को नहीं उठाया जाएगा। इस मौके पर मवासी राम, नेत्रपाल, ओमप्रकाश रावत, संभल गौतम, हरदयाल आजाद, कविता, गंगा लाल, विजयपाल, श्याम ¨सह, बुद्ध राम नेहरा, नेत्रपाल तंवर के अलावा काफी संख्या में लोग मौजूद थे।
बता दें कि सोहना थाना क्षेत्र के गांव लोहसिलानी निवासी गजराज की सोमवार की रात करीब 10 बजे मोटरसाइकिल सवार नकाबपोश बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मंगलवार को पुलिस ने फरीदाबाद के बीके अस्पताल में मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया, लेकिन परिजन हत्यारोपितों की पहले गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। मंगलवार को पूरा दिन पुलिस के अधिकारी परिजनों की मान-मनोव्वल करते रहे, लेकिन शाम को परिजन बिना शव लिए चले गए। बुधवार को ग्रामीणों व परिजनों ने सीकरी गांव में पंचायत की तथा कहा कि बदमाशों की गिरफ्तारी तक गजराज का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।