भैंस चोरी करने आए चोर की पीटकर हत्या
जिला मुख्यालय से मात्र पांच किलोमीटर की दूरी पर बसे बहरोला गांव में पशु चोरी करने आए एक चोर की लोगों ने हाथ-पैर बांधकर उसके साथ मारपीट कर दी। मारपीट से लगी चोटों के कारण चोर की मौत हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पहचान व पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल की में रखवा दिया। पुलिस ने इस संबंध में ईएएसआई रामबीर की तहरीर पर तीन सगे भाईयों के खिलाफ गैर इरादन हत्या का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। सदर थाना के जांच अधिकारी एएसआई सुरेश कुमार के अनुसार, ईएएसआई रामबीर ने उन्हें बताया कि वे नेशनल हाईवे पर रात्रि गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें सूचना मिली की बहरोला गांव के निकट खेतों में श्रद्धाराम के बेटे मकान बनाकर परिवार के साथ रहते है। रात्री में एक चोर उनके मकान में भैसों को चोरी करने
- तीन भाइयों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या केस दर्ज
संवाद सहयोगी, पलवल : जिला मुख्यालय से मात्र पांच किलोमीटर की दूरी पर बसे बहरोला गांव में पशु चोरी करने आए एक व्यक्ति के साथ लोगों ने हाथ-पैर बांधकर मारपीट की। मारपीट में लगी चोटों के कारण चोर की मौत हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पहचान व पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल की में रखवा दिया। पुलिस ने ईएएसआई रामबीर की तहरीर पर तीन सगे भाइयों के खिलाफ गैर इरादन हत्या का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
सदर थाना के ईएएसआई रामबीर नेशनल हाईवे पर रात्रि गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि बहरोला के निकट खेतों में श्रद्धाराम के बेटे मकान बनाकर परिवार के साथ रहते है। रात्रि में एक चोर उनके मकान में भैसों को चोरी करने के लिए आया। परिवार के लोगों की नींद खुलने पर उन्होंने उसे पकड़कर बांध दिया और उसके साथ मारपीट की। इससे चोर की मौत हो गई।
पुलिस टीम जब घटनास्थल पर पहुंची तो श्रद्धाराम के घर के आगे एक व्यक्ति मृत पड़ा था। पुलिस ने बताया कि मृत व्यक्ति के बांए हाथ व गले पर कट के निशान और शरीर पर चोटों के निशान थे। जांच अधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि जब इस बारे में पुछताछ की तो पता चला है कि श्रद्धाराम के बेटे बीर ¨सह, प्रकाश व राम किशन के घर भैंस चोरी करने आए चोर की उन्होंने पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस उक्त आरोपियों के खिलाफ गैर इरादन हत्या का मामला दर्ज कर शव की पहचान कराने में जुटी हुई थी।